उज्जैन। कलेक्टोरेट में कार्यरत एक बाबू की मौत और मौत के पहले बाबू द्वारा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से जिंदा निकालने के लिए कहा था कि चाहे 10 लाख रुपए लग जाये कोई चिंता नही, मुझे आरडी गार्डी अस्पताल से निकाल कर इन्दौर में उपचार के लिए ले जाओ। यही आरडी गार्डी की सुविधाओं की पोल खोलने के लिए पर्याप्त है। यह मामला सुर्खियों में आने के बाद अब एक और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
इस वीडियो में उज्जैन के सैफी मोहल्ले के निवासी अजीज जिनवाला (36) द्वारा कहा जा रहा है कि वह अपने परिजनों के साथ माधव नगर अस्पताल में स्वयं जांच कराने पहुंचे, उसे वहां से आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। लेकिन उसके मुताबिक यहां कोई व्यवस्था नहीं है, उसे कभी पॉजिटिव मरीज के साथ तो कभी अलग रहने को कहा जाता है। उसका उपचार भी ठीक से नहीं किया जा रहा है, उसने वीडियो के माध्यम से मदद की गुहार लगाई है कि उसे यहां से निकाला जाए। वीडियो में खास बात यह है कि सीएचएमओ के हवाले से एक दैनिक समाचार पत्र में अजीज की मौत होना बताई है, जबकि अजीज जिंदा है और उसने वीडियो जारी कर स्वय के जिंदा रहने का प्रमाण भी दिया है।