कोरोना वायरस (Coronavirus) की वैक्सीन खोजने की दिशा में आज का दिन अहम साबित होने जा रहा है। वैसे तो कई कंपनियां इस जानलेवा वायरस के प्रकोप से बचने के लिए रात-दिन कोशिशों में लगी हैं लेकिन गुरुवार का दिन इसलिए खास साबित हो सकता है क्योंकि ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा बनाई गई वैक्सीन के शुरुआती ट्रायल के नतीजे घोषित हो सकते हैं। ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रा जेनेका कंपनी मिलकर वैक्सीन को बना रहे हैं।
समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक आईटीवी के राजनीतिक संपादक रॉबर्ट पेस्टन ने सूत्रों के हवाले से ये दावा किया है. उनके इस दावे के बाद सबकी आस भरी निगाहें इसलिए इस तरफ टिक गई हैं क्योंकि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने जून में कहा था कि एस्ट्रा जेनेका, कोरोना वैक्सीन विकसित करने की दिशा में सबसे एडवांस और अग्रणी है।
पेस्टन ने अपने ब्लॉग में कहा कि मैं सुन रहा हूं कि गुरुवार को ऑक्सफोर्ड की तरफ से कोरोना वायरस की वैक्सीन के शुरुआती ट्रायल के संबंध में पॉजिटिव न्यूज मिल सकती है।
इसकी संभावित वैक्सीन वैसे भी फेज-3 स्तर पर है. यानी इंसानों पर इसके ट्रायल हो रहे हैं. हालांकि सच है कि फेज-1 परीक्षण के नतीजे अभी तक सार्वजनिक नहीं किए गए. उसके बाद ही ये पता चल सकेगा कि शरीर के भीतर कोरोना के खिलाफ जंग में ये कितनी असरकारी है।
हालांकि इसको विकसित कर रहे डेवलपर्स का कहना है कि वे इसके नतीजों से बेहद उत्साहित हैं. इसके साथ ही कहा जा रहा है कि प्रतिष्ठित द लैंसेट मेडिकल जर्नल में फेज-1 डाटा जुलाई के अंत तक प्रकाशित हो सकते हैं. कंपनी ने पहले ही दुनिया भर की कई सरकारों के साथ वैक्सीन विकसित होने के साथ ही सप्लाई के लिए समझौते कर लिए हैं।