“डर के आगे जीत है, कोरोना से लड़े , डरे नहीं” कलेक्टर ने कोरोना पॉजिटिव वार्ड में जाकर मरीजो व डॉक्टर्स की हौसला अफजाई की
उज्जैन। उज्जैन जिला कोरोनावायरस से संघर्ष कर रहा है। इस लड़ाई में जिले के कप्तान कलेक्टर आशीष सिंह ने लोगों के मन से डर भगाने के लिए स्वयं पीपीई किट पहना और आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के कोरोनावायरस पॉजिटिव वार्ड में पंहुच गए। वँहा जाकर उन्होंने भर्ती 52 पॉजिटिव मरीज जिनमे बच्चे, जवान व बुजुर्ग शामिल है, के हालचाल पूछे। उनकी स्वास्थ्य सम्बंधित तकलीफों को जाना। कलेक्टर ने मरीजो से कहा कि वे डरे नही जल्द ही इस लड़ाई को जीत जाएंगे। इस लड़ाई में स्वयं को अकेला नहीं समझे, कलेक्टर, चिकित्सक और मेडिकल स्टाफ उनके साथ खड़ा है। संभवत किसी जिला कलेक्टर ने पहली बार कोरोना पोजिटिव वार्ड में मरीजों के साथ एक घंटा बिताया।
उल्लेखनीय है कि कोरोनावायरस संक्रमण से आज की स्थिति में न केवल आमजन बल्कि डॉक्टर्स, चिकित्साकर्मी विभाग के सफाई कर्मी आदि में डर बैठा है। कई तरह की भ्रांतियां है। कलेक्टर आशीष सिंह आज इस मिथक को तोड़ने के लिए आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज के कोरोना पॉजिटिव वार्ड में नोडल अधिकारी एसएस रावत व डॉक्टर अपूर्व निगम, डॉ रशील पूरी के साथ पीपीई किट पहन कर पहुंच गए। वहां उन्होंने एक-एक मरीज के बेड के पास जाकर उनसे चर्चा की। उनको ढाढस बंधाया और उनको दी जा रही सुविधाओं के बारे में तस्दीक की।
कलेक्टर ने मरीजो से कहा कि इस कठिन समय में उनके साथ जिला प्रशासन वह डॉक्टर खड़े है। किसी तरह की चिंता ना करें। कलेक्टर ने इसके बाद पॉजिटिव वार्ड में काम कर रहे डॉक्टर्स, चिकित्सा कर्मियों, नर्सेज, कंपाउंडर वार्ड बॉय तथा सफाई कर्मियों से चर्चा की तथा उनकी हौसला अफजाई की। उन्होंने कहा कि है वे एक ऐसा सेवा कार्य कर रहे है जिसकी दूसरी मिसाल नही होगी। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में केवल एक बार ऐसा अवसर आता है। आप सब लोग यहां लोगों का जीवन बचा रहे है, इससे बड़ा पुण्य का कोई काम नहीं है। उन्होंने कहा कि सभी लोग सावधानी बरतते हुए कैसे कार्य करे इसके बारे में अच्छी तरह से जान लें और निर्भीक होकर अपनी ड्यूटी करें। कलेक्टर ने इसी के साथ रेजिडेंट डॉक्टर्स एवं स्टाफ के लोगों से भी चर्चा की तथा कहा कि उन्हें आवश्यक सुरक्षा सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी, साथ ही उन्होंने चिकित्सकों एवं स्टाफ को क्वारन्टीन समय उपलब्ध कराने के लिए भी आश्वस्त किया है। इस अवसर पर डॉ सुखेन व डॉ प्रणीता जैन मौजूद थे।