एक नजर आपकी हमारी कलम पर - खुज़ेमा प्रेस✍

      उज्जैन। वैसे ही हाल है हमारे उज्जैन के लोगो की मानसिकता का  कोई नही जान सकता की उज्जैन क्या सोच रहा है। मैं यहाँ ये सब इसलिये कह रहा हूँ, उज्जैन कोरोना के गंभीर अवस्था से गुजर रहा है। शासन प्रशासन विगत कहीं दिन से अपनी पूरी ताकत से लगा है कि आप अपने घरों में सुरक्षित रहे। आप को सभी सुविधा घर पर मिल जाएगी, परंतु आप हम सब देख रहे है ।लोग छोटी छोटी चीजो के लिए अनावश्यक रोड पर घूमने निकल रहे है, जिससे कोरोना संक्रमण तेजी से पॉव पसार रहा है । आप गंभीर ही नही हो रहे है। ऐसे में प्रशासन क्या करे, आपको खुला छोड़ता है तो आपको जान का खतरा है, ऐसे में कठोर निर्णय लेना जरूरी हो जाता है और जब प्रशासन ने कठोर निर्णय लिया कि अब 3 दिन पूर्ण लॉक डाउन रहेगा तो हमने समर्थन के बजाय दूध के नाम पर चीख पुकार मचा दी है । मानता हूँ दूध बच्चों, मरीजो के लिए जरूरी है। परंतु दूध से जरूरी व कीमती है आपकी जान कहते है न जान है तो जहांन है। किराना दुकान 3 दिन बाद मिल ही जाएगी परंतु जीवन एक बार चला जायेगा तो दोबारा नही मिलने वाला।


      संयम रखें शासन प्रशासन जो भी कड़े निर्णय ले रहा है वे सभी निर्णय आप हम लोगो के कल्याण व सुरक्षा के लिए है।सहयोग करे छोटी मोटी असुविधा जरूर हो रही है सहन कर लीजिए । चुकी आप एक बहुत बड़ी लढाई लड़ रहे है। जीवन की लढाई, मानव के अस्तित्व की लढाई।



  • खुज़ेमा चांदा भाई वाला🖋️


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