लोगो ने देव-दर्शन कर की नए साल की शुरूआत

      उज्जैन। नये वर्ष की पहली किरण के साथ लोगों ने देव-दर्शन के साथ दिन की शुरूआत की। देश भर से हजारों की संख्या में श्रद्धालु 1 दिन पहले ही उज्जैन पहुंच चुके थे और भस्मार्ती के बाद भगवान के दर्शनों का सिलसिला शुरू हुआ। सामान्य दर्शनार्थियों को एक घंटे में भगवान के दर्शन हो रहे थे। भीड़ के मद्देनजर गर्भगृह में प्रवेश प्रतिबंधित किया गया है। कलेक्टर ने सुबह महाकालेश्वर भगवान का पंचामृत पूजन कर देश में शांति और समृद्धि की कामनाएं की। महाकालेश्वर सहित शहर के चामुण्डा माता मंदिर, हरसिद्धि, चिंतामण गणेश, मंगलनाथ मंदिरों में भी दर्शनार्थियों की भीड़ लगी रही। महाकालेश्वर मंदिर में सामान्य दर्शनार्थियों को शंख द्वार के पास से प्रवेश दिया जा रहा था। श्रद्धालु यहां से बेरिकेड्स में प्रवेश करने के बाद झिकझेक में होते हुए टनल मार्ग से मंदिर में प्रवेश करते हुए रेलिंग से भगवान के दर्शन कर रहे थे, जबकि 251 रुपये सशुल्क दर्शनार्थियों को डीगेट और शंख द्वार के पास से प्रवेश दिया जा रहा था। वीआईपी, प्रोटोकॉल और मीडिया का प्रवेश भी डी गेट से था।सामान्य दर्शनार्थी करीब एक घंटे में भगवान के सुगमता से दर्शन करने के बाद प्रसन्न थे। गोरखपुर से आये अश्विन शास्त्री ने बताया कि वह एक दिन पहले ही परिवार के साथ उज्जैन पहुंच गये थे और भगवान के दर्शन कर धन्य हो गये। पुणे से परिवार के साथ महाकाल दर्शन करने आये मनीष शिंदे का कहना था कि वह प्रतिवर्ष नये वर्ष की शुरूआत भगवान महाकाल के दर्शनों के साथ करते हैं और इस वर्ष भी भगवान के अच्छे से दर्शन हो गये। शहर के बीच में स्थित चामुण्डा माता मंदिर का विशेष शृंगार किया गया है, जबकि माताजी को छप्पन भोग भी लगाया गया है। नये वर्ष में सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में दर्शनों को पहुंच रहे हैं। यहां लोगों को हलवे का प्रसाद वितरित किया जा रहा था। इसी प्रकार चिंतामण गणेश मंदिर में भगवान गजानन का आकर्षक श्रृंगार किया गया जबकि मंगलनाथ व अन्य मंदिरों में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। चिंताण गणेश और हरसिद्धि में भीडचिंतामण गणेश मंदिर, हरसिद्धि मंदिर, मंगलनाथ में भी श्रद्धालुओं की भीड़ रही। लोग नये वर्ष की शुरूआत भगवान के दर्शन से करना चाहते थे, जबकि महाकालेश्वर दर्शन के बाद अलग-अलग शहरों से उज्जैन पहुंचे श्रद्धालु भी हरसिद्धि मंदिर पहुंचे और दर्शन पूजन लाभ लिया।



Comments