उज्जैन। भूतभावन भगवान महाकाल महाराज की नगरी 21 लाख दीपकों से जगमगाएगी। ऐसा होने पर उज्जैन एक विश्व रिकॉर्ड अपने नाम करेगा। इस पल के साक्षी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित कई खास और आम नागरिक बनेंगे। शिव ज्योति अर्पणम नाम से होने वाला यह कार्यक्रम जीरो वेस्ट कार्यक्रम होगा। इसमें उपयोग हर सामग्री को पुन: उपयोग में लिया जाएगा।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान जलाएंगे सबसे पहले दीया
शिप्रा तट पर लगे दीपों के प्रज्जवलन की शुरुआत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। वे शाम बाबा महाकाल के दर्शन के बाद राणौजी की छत्री पहुंचकर शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में शामिल होंगे। दीपोत्सव के लिए सबसे पहले मुख्यमंत्री चौहान दीप जलाएंगे। इसके बाद वॉलंटियर्स एक साथ 21 लाख दीप जलाने जुटेंगे।
रात नौ बजे होगी रेकॉर्ड की घोषणा
शिप्रा तट पर दीपक प्रज्जलवन के लिए 10 मिनट का समय रहेगा। दीपक प्रज्जवलित होते ही वर्ल्ड रेकॉर्ड की टीम ड्रोन से वीडियोग्राफी कर दीयों की गिनती करेगी। बताया जा रहा है कि रात नौ बजे तक कितने दीपक जले और वर्ल्ड रिकॉर्ड बना, इसकी घोषणा कर दी जाएगी।
शिवाय बैंड देगा प्रस्तुति
शिव ज्योति अर्पणम कार्यक्रम में दीप प्रज्जवलन मंत्रोच्चार के साथ शुरू होगा। इस दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे और बाहर से आए बैंड भी प्रस्तुति देंगे। प्रशासन की ओर से गुना से शिवाय बैंड को बुलाया गया है।
दीपक में तेल और बाती जमाने का काम पूरा
बाबा महाकाल की नगरी एक बार फिर 21 लाख दीपों को एक साथ प्रज्वलित करने के वर्ल्ड रेकॉर्ड कायम करने को तैयार है। दो दिनों से शिप्रा तट पर चल रहे दीपक जमाने का काम पूरा हो गया है। आज दोपहर से दीपक में तेल और बाती जमाने का काम शुरू हो गया था जिसे पूरा कर लिया गया है। शाम को दीपक प्रज्जवलन की प्रक्रिया शुरू होगी।
गत वर्ष 11 लाख 71078 दीये प्रज्जवलित किए थे
शिप्रा नदी के किनारे पिछले वर्ष महाशिवरात्रि (एक मार्च 2022) पर सूरज ढलते ही एक साथ 11 लाख 71 हजार 78 दीये प्रज्वलित कर कीर्तिमान बनाया था। गिनिज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड की टीम ने इसे दीपों का सबसे बड़ा प्रदर्शन (लार्जेस्ट डिस्प्ले ऑफ ऑयल लैम्प) करार दिया था। विश्व रिकॉर्ड बनने का प्रमाण पत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को प्रदान किया। इसके बाद आतिशबाजी कर मां शिप्रा आरती की गई थी।