रेडियो दस्तक 90.8 एफ एम के माध्यम से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत ’दि टीबी चैलेंज’ का हुआ भव्य शुभारंभ

“टीबी हारेगा, देश जीतेगा“ को सार्थक करने के लिए क्षय रोग के निदान के प्रति कायम की जागरूकता


उज्जैन।
भारत सरकार के राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन के अंतर्गत ’दि टीबी चैलेंज’ कार्यक्रम का भव्य शुभारंभ रेडियो दस्तक 90.8 एफएम, जिला स्वास्थ्य समिति, क्षय रोग एवं स्मार्ट दिल्ली द्वारा भारतीय ज्ञानपीठ परिसर,उज्जैन में किया गया। 

         इस भव्य समारोह की मुख्य अतिथि जिला क्षय अधिकारी डॉ. सुनीता परमार ने कहा कि इस कार्यक्रम के सूत्र वाक्य “टीबी हारेगा, देश जीतेगा“ को सार्थक करने के लिए हमें मिलकर प्रयास करना होंगे। डॉ. सुनीता परमार ने कहा कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। आवश्यकता इस बात की है कि इसका उपचार समय से शुरू कर दिया जाए। इसमें लापरवाही की तो यह गंभीर रूप धारण कर सकती है। हमें संपूर्ण देश को और समाज को सभी के सहयोग से टीबी से मुक्त करना है। यह कार्य हमें एक सामूहिक जिम्मेदारी समझकर करना होगा। टीबी को मात देकर आज कई लोग टीबी चैंपियन बनकर दूसरों को टीबी से उबारने में मदद कर रहे हैं। इस तरह के आयोजनों को गांव- गांव में आयोजित करना होगा और रेडियो दस्तक के माध्यम से प्रसारित करना होगा, तभी लोगों में जागरूकता आ पाएगी।

      आर डी गार्डी रेस्पिरेटरी मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष डॉ आरती जुल्का ने कहा कि क्षय रोग सुप्त और सक्रिय अवस्था में होता है। सुप्त अवस्था में संक्रमण तो होता है, लेकिन टीबी का जीवाणु निष्क्रिय अवस्था में रहता है और कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं। अगर सुप्त टीबी का मरीज अपना इलाज नहीं कराता है तो सुप्त टीबी, सक्रिय टीबी में बदल सकती है। आमतौर पर लोग सोचते हैं कि अगर कोई व्यक्ति टीबी से पीड़ित है तो उसके फेफड़े ही संक्रमित होंगे, लेकिन ऐसा नहीं है। सिर के बाल और पैर के नाखूनों को छोड़कर टीबी के बैक्टीरिया से शरीर के सभी अंग हड्डियाँ, जोड़, पेट, आंत, दिमाग, किडनी व मुँह-नाक आदि भी संक्रमित हो सकते हैं । 

          रेडियो दस्तक के सीएमसी मेम्बर डॉक्टर विनोद बैरागी ने बताया कि रेडियो दस्तक भी भारत सरकार के क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम का स्मार्ट दिल्ली के साथ सहभागी बनते हुए इसके बचाव से संबंधित सभी जागरूकताओं को जन जन तक पहुंचाने और संपूर्ण शहर को जल्द से जल्द निक्षय करने के लिए प्रतिबद्ध है। रेडियो दस्तक की ओर से शहर के विभिन्न क्षेत्रों में विभिन्न संस्थाओं और संगठनों में जाकर क्षय रोग से निदान के उपाय और उससे संबंधित जागरूकताओं का प्रचार प्रसार किया जाएगा। टीबी चैंपियन की कहानियों को जन-जन तक पहुंचाया जाएगा, ताकि लोगों में टीबी से लड़ने के लिए इच्छाशक्ति उत्पन्न हो। इस अवसर पर राष्ट्रीय सेवा योजना जिला संगठक उज्जैन डॉ प्रदीप लाखरे, एनटीईपी के जिला कार्यक्रम समन्वयक श्री रितेश चौहान, रेडियो दस्तक के श्रीमती नयन राठौर, सुश्री नरगिस खान, प्राक्षी शर्मा, रवीना भदौरिया, विनय भक्त, सहित जीडीसी कॉलेज, एडवांस कॉलेज एवं भारतीय कॉलेज के राष्ट्रीय सेवा योजना के विद्यार्थीगण, विभिन्न आशा कार्यकर्ता बड़ी संख्या में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. गिरीश पंड्या ने किया।

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