आरबीएसके कार्यक्रम (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) द्वारा संचालित मोबाईल हेल्थ टीम द्वारा अपने नियमित भ्रमण के दौरान ग्राम की आंगनवाडी केन्द्र में बच्चों की जांच एवं स्क्रीनिग की जा रही थी। यहां पर आंगनवाडी कार्यकर्ता द्वारा ग्राम के बच्चों को आंगनवाडी केन्द्र पर बुलाया गया और आरबीएसके दल द्वारा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया। उक्त जांच के दौरान देविका को हृदय रोग से संबंधित एवं सांस लेने में तकलीफ होना पाया गया। दल द्वारा देविका के अभिभावक को समझाईश दी गयी एवं आरबीएसके कार्ड बनाकर जिला चिकित्सालय उज्जैन में स्थित जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र में रैफर किया गया। अभिभावक को डीईआईएम से मिलने की सलाह दी गयी। वहां पर अभिभावक की काउन्सिलिग के पश्चात् उन्हें शिशु रोग विशेषज्ञ के पास चरक अस्पताल में जांच हेतु भेजा गया। शिशु रोग विशेषज्ञ द्वारा देविका की जांच करने हेतु हायर सेंटर रैफर किया गया। देविका के अभिभावकों को जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र में मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अंतर्गत मान्यता प्राप्त अस्पतालों के बारे में बताया गया। इसके बाद अभिभावक की सहमति द्वारा देविका को इन्दौर जाकर ईको जांच करवाने हेतु भेजा गया। जहां पर देविका की समस्त जांचे निःशुल्क की गयी। जांच में चिकित्सक द्वारा बताया गया कि देविका को हार्ट संबंधी बीमारी है, जिसकी जटिल शल्य क्रिया जल्द से जल्द से करवाया जाना होगा। इसमें अनुमानित व्यय एक लाख 60 हजार रुपये होना बताया गया जो कि मुख्यमंत्री बाल हृदय उपचार योजनांतर्गत शामिल है। अरविन्दो मेडिकल कॉलेज इन्दौर के चिकित्सक ने यह बताया गया कि बच्चे को गंभीर बीमारी होने के कारण शीघ्र सर्जरी करवाना होगा। उसके पश्चात् डीईआईसी सेंटर में देविका की फाईल तैयार कर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी द्वारा राशि आदेश तैयार करवाया गया। देविका की अरविन्दो मेडिकल कॉलेज इन्दौर में सफल सर्जरी की गयी। ऑपरेशन सफल रहा और ऑपरेशन पश्चात देविका को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया जो देविका अब अपने माता-पिता के साथ स्वस्थ है। देविका के ऑपरेशन बाद देविका का नियमित रूप से फॉलोअप भी किया जा रहा है। देविका के माता-पिता अब बेहद खुश है कि उनकी बेटी अब गंभीर स्थिति से दूर होकर सामान्य जीवन जी सकेंगा वह शासन की महत्वाकांशी योजना का बहुत-बहुत धन्यवाद ज्ञापित करते है, जिसके द्वारा ऑपरेशन का खर्च शासन ने उठाया। यदि ऑपरेशन स्वयं के व्यय पर करवाया जाता लगभग 5 लाख रूपये खर्च होता, परन्तु मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना के अन्तर्गत यह निःशुल्क संभव हो सका।
मुख्यमंत्री बाल हृदय योजना से देविका का हुआ हृदय का नि:शुल्क ऑपरेशन
उज्जैन। ग्राम बलेड़ी तहसील बड़नगर श्री रवि डाबी की बेटी देविका (उम्र एक वर्ष छह माह) जन्म से ही कमजोर थी। वह प्रायः थोड़ा खेलती तो थक जाती, हांफने लग जाती, जिस कारण उसका शारीरिक विकास भी नहीं हो रहा था। उसका वजन भी नहीं बढ़ पा रहा था। उसके पिता मजदुरी करते है अतः उन्होंने लोकल स्तर पर चिकित्सकों को दिखलाया था, जिस पर उनके द्वारा रवि को सलाह दी गई थी कि किसी बड़े प्रायवेट अस्पताल में दिखाकर इसका उपचार करवायें। बच्ची की कमजोरी एवं शारीरिक विकास बहुत जन्म से ही नही हो रहा था लेकिन आर्थिक स्थिति बेहतर नहीं होने के कारण रवि द्वारा हालात से समझौता कर लिया गया एवं सबकुछ ऊपरवाले पर छोड़कर वह अपनी काम-धंधे पर चला जाता था।