8 मई से शहर में 12 कोविड सहायता केन्द्र प्रारम्भ होंगे

  • 8 मई से उज्जैन शहर में प्रत्येक झोन में 2 (कुल 12) कोविड सहायता केन्द्र प्रारम्भ होंगे
  • कलेक्टर ने डॉक्टर एवं नर्सेस की बैठक लेकर दिये दिशा-निर्देश


उज्जैन।
राज्य शासन के निर्देश पर किल कोरोना अभियान के तहत उज्जैन शहर में प्रत्येक झोन में दो इस तरह कुल 12 कोविड सहायता केन्द्र प्रारम्भ होने जा रहे हैं। प्रत्येक केन्द्र में एक डॉक्टर, एक नर्स एवं अन्य कर्मचारी की ड्यूटी लगाई है। यह कोविड सहायता केन्द्र सामान्य सर्दी, खांसी की जांच करेंगे एवं रोगियों को निर्धारित दवाओं का किट उपलब्ध करवाया जायेगा। कलेक्टर श्री आशीष सिंह ने कोविड सहायता केन्द्र में जिन डॉक्टर्स व नर्सेस की ड्यूटी लगाई गई है, उनकी बृहस्पति भवन में बैठक लेकर दिशा-निर्देश दिये। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल, उपायुक्त श्रीमती कल्याणी पाण्डे, सीएमएचओ डॉ.महावीर खंडेलवाल एवं माधव नगर के चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ.एचपी सोनानिया मौजूद थे।

 बैठक में कलेक्टर ने डॉक्टर एवं नर्सेस को कहा कि कोविड सहायता केन्द्र प्रारम्भिक स्तर के उपचार केन्द्र की तरह कार्य करेंगे। यह फीवर क्लिनिक से अलग होंगे, जहां पर सामान्य सर्दी-जुकाम का इलाज किया जायेगा। इन सहायता केन्द्रों पर बेसिक सुविधाएं जिनमें पल्स ऑक्सीमीटर, थर्मामीटर एवं दवाईयों का किट उपलब्ध होगा। इन सहायता केन्द्रों में संभावित कोरोना मरीज की स्क्रीनिंग करके माधव नगर में भेजा जायेगा, जहां पर संदिग्ध मरीजों की कोरोना जांच की जायेगी। कलेक्टर ने सभी डॉक्टर्स और नर्सेस को निर्देश दिये हैं कि वे आने वाले मरीजों से सद्भावनापूर्ण व्यवहार करें एवं उन्हें हेल्पलाइन नम्बर 1075 व बेड की आवश्यकता के लिये जारी किये गये हेल्पलाइन नम्बर 0734-2520700 एवं 0734-2513100 की जानकारी अवश्य प्रदान करें।

 बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री क्षितिज सिंघल ने कहा कि जिन लोगों की भी ड्यूटी कोविड सहायता केन्द्र में लगाई गई है वे स्वयं को सुरक्षित रखते हुए अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करें तथा आज शाम को ही दवाईयों का किट चरक अस्पताल के स्टोर से प्राप्त करें। साथ ही उन्होंने कहा कि जब भी दवाओं की आवश्यकता पड़े, उसके एक दिन पूर्व अपनी आवश्यकता स्टोर में नोट करायें। पल्स ऑक्सीमीटर या थर्मामीटर के खराब होने पर भी इसी तरह वरिष्ठ अधिकारियों को जानकारी उपलब्ध कराई जाये।

 बैठक में सीएमएचओ डॉ.महावीर खंडेलवाल एवं चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ.एचपी सोनानिया ने ओपीडी में किये जाने वाले कार्यों एवं सावधानियों की विस्तार से जानकारी दी। डॉ.सोनानिया ने कहा कि वर्तमान में कोरोना का नया स्ट्रेन अत्यधिक घातक है, इसलिये कोविड सहायता केन्द्र की भूमिका संदिग्ध कोरोना पेशेंट की पहचान करने में अधिक है। उन्होंने कहा कि जैसे ही मरीज का ऑक्सीजन लेवल (एसपीओ2) 93 के नीचे जाता है, उसे तुरन्त माधव नगर अस्पताल रैफर किया जाना चाहिये। डॉ.सोनानिया ने कहा कि प्रारम्भिक रूप से सर्दी-खांसी के मरीज को दवाईयां देने के बाद तीन बाद बुलाकर पुन: परीक्षण किया जाना चाहिये, जिससे कि किसी की तबियत ज्यादा न बिगड़े और वह व्यक्ति इधर-उधर इलाज न कराते हुए सीधे माधव नगर ही पहुंचे।

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