कोविड वैक्सीन सुरक्षित, असरकारी एवं हानिहरित है, अफवाहों एवं भ्रामक खबरो पर ध्यान न दें

उज्जैन। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल ने बताया कि भारत शासन की गाईड लाइन अनुसार सीरम इंस्टीट्यूट की ‘कोविशील्ड’ एवं भारत बायोटेक की कोवैक्सीन दोनों ही वैक्सीन सुरक्षित, असरकारी एवं हानिहरित है। साथ ही यह टीके प्रथम चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को दिये जायेंगे। तत्पश्चात फ्रंटलाइन वर्कर्स एवं 50 से वर्ष से अधिक आयु के हाईरिस्क लोगों को दिया जायेगा।

विश्व में अभी तक चार करोड़ लोगों को सफलतापूर्वक वैक्सीन दी जा चुकी है। भारत में  19 जनवरी की शाम 6 बजे तक 6.31 लाख लोग टीकाकरण से लाभान्वित हो चुके हैं एवं प्रदेश में 18 हजार से अधिक स्वास्थ्यकर्मी टीका लगवा चुके हैं। कहीं किसी भी स्तर पर गंभीर प्रतिक्रियाएं टीकों से नहीं हुई है। सामान्य प्रतिक्रियाएं लाजमी है, जो 24 से 48 घंटे में स्वयमेव ठीक हो जाती है।

विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारी के अनुसार यदि 1,10,000 लोगों को वैक्सीन लगाई जाती है तो मात्र एक हितग्राही को कुछ मामूली तकलीफ होती है, जो प्राथमिक उपचार के बाद ठीक हो जाते हैं। कोरोना बीमारी लाइलाज है तथा बचाव का एकमात्र साधन टीके ही है, जो सुरक्षा कवच देकर महामारी का अंत करने मे सहायक है। यदि शत-प्रतिशत लोग स्वप्रेरित होकर लगवाते है। हम सभी संकल्पित होकर स्वयं एवं दूसरों को प्रेरित कर अपनी बारी आने पर सभी काम छोड़कर टीका अवश्य लगवायें।

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