आज की बात आपके साथ - विजय निगम

      ।।ॐ गं गणपतये नमः।।
         ।।ॐ यमाय धर्मराजाय-।
        -श्री चित्रगुप्ताय नमो नमः।।  
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प्रिय साथियो। 
🌹राम-राम🌹 
🌻 नमस्ते।🌻
आज की बात आपके साथ मे आप सभी साथीयों का दिनांक 05अक्टूबर 2020 सोमवार..की प्रातः की बेला में हार्दिक वंदन है अभिनन्दन है।
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आज की बात आपके साथ  अंक मे है 
A. कुछ रोचक समाचार
B.आज के दिन जन्मे.भारत की एक वीरांगनारानी दुर्गावतीकाजीवन- परिचय 
C. आज के दिन   की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
D. आज के दिन जन्म लिए महत्त्वपूर्ण    
    व्यक्तित्व
E. आज के निधन हुवे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व।
F. आज का दिवस का नाम ।
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  (A) कुछ रोचक समाचार(संक्षिप्त)
(A/1)💖अभिनेत्री मिष्टीमुखर्जी का निधन💖
💖(A/2)हाथरसघटनाकी जांच :S.I.T. परिजनों के बयान दर्ज करने के लिए   को पीड़िता के घर पहुंची।💖
💖(A/3)अमेरिकीराष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बिमारिकाअसर,शेयरमार्केटमेंलाएगा
 यह बर्बादी का कहर।💖
💖(A/4) आईपीएल (IPL)के15वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु  की टीमराजस्थान रॉयल्सकोआठविकेट से
हराकरअंकतालिकामेंदूसरेस्थानपर💖
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐(A)कुछ रोचक समाचार(विस्तृत)
💐(A/1)💖अभिनेत्री मिष्टीमुखर्जी का निधन💖
अभिनेत्री मिष्टी मुखर्जी का शुक्रवार को बेंगलुरुमेंकिडनीफेलहोने केकारणनिधन
हो गया।वह 27सालकीथीं।मिष्टीमुखर्जी
किटो डाइट फॉलो करने के बाद किडनी सेजुड़ीबीमारी सेपीड़ितथीं।मिष्टीमुखर्जी
के प्रतिनिधि के एक आधिकारिक बयान में पढ़ागया है किक्या कररहे हैं
:अभिनेत्री मिष्टी मुखर्जी जिन्होंने अपने अभिनयके साथ कई फिल्मों और संगीत वीडियो मेंअपनी प्रतिभाका प्रदर्शनकिया
 हैअबऔर नहीं है।कीटोआहारके कारण
,बैंगलोर में उनकी किडनी विफल हो गई औरशुक्रवार रात उन्होंनेअंतिम सांस ली, अभिनेत्री को बहुत दर्द हुआ। अविस्मरणीय नहीं था। और दुर्भाग्यपूर्ण नुकसान। उसकी आत्मा को शांति मिले। वह अपने माता-पिता और भाई से बची रहे।
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❤️(A/2)हाथरसघटनाकी जांच :S.I.T. परिजनों के बयान दर्ज करने के लिए   को पीड़िता के घर पहुंची।❤️
 SIT टीम ने परिजनों से बातचीत की और मामले की जाँच शुरू कर दी है। वहीं भीम आर्मी चीफ भी हाथरस पहुंच रहे हैं। जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने पहरा सख्त कर दिया है। शनिवार को उन्होंने ट्वीट किया था कि उन्हें शक है कि सरकार पीड़ित परिवार को ही दोषी बनादेगी।20वर्षीययुवती के साथ कथित गैंगरेप और हैवानियत के बाद देशभर में लोगों में आक्रोश है।कई दिनों से लोग सड़कों पर उतरकर जगहों पर प्रदर्शन
करआरोपियों को फांसी की सजा देने की मांग कर रहे हैं।विपक्षी पार्टियां भी लगातारसरकार को घेरने में लगी हुई है। वहींलगातार उठ रही मांग को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को मामले की सीबीआई जांच के आदेश दे दिए हैं।इस मामलेमें S.I.T.  की टीम भी जांच कर रही है।
,❤️सपा प्रतिनिधी मंडल भी पीड़ित परि
वार से मिलेगा❤️
ग़ौरतलबहैकिचंद्रशेखर केअलावासमाज
वादीपार्टी के11नेताओंकाएक प्रतिनिधि
मंडलभी रविवार को प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तमके नेतृत्व में पीड़ित परिवार से मुला
कात करेगा। इसके साथ ही राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी भी हाथरस में पीड़िता के गांव पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाक़ात करेंगे।
🌻💐🌹🌲🌸🌲🌹💐💐🌻💖(A/3)अमेरिकीराष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बिमारिकाअसर,शेयरमार्केटमेंलाएगा
 यह बर्बादी का कहर।💖
नई दिल्ली।अमरीकीराष्ट्रपतिकी तबियत 
को लेकर कई तरह की बातें सामने आ रही हैं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार वैसे तो ट्रंप दंपत्ति ठीक हैं,लेकिन अगल 48 घंटे बेहदअहम है।खासबाततोये हैकि दुनिया
भरके लिएभी अगले 48 घंटेबेहद अहम हैं।जब दुनियाभर के शेयर बाजार खुलेंगे तोबांबे से लेकरहांगकांग तकऔर शंघाई सेलेकर नईदिल्ली तक सभी हिले हुए ही दिखाई देंगे।मतलब यह हैकिभारतसमेत
एशिया और उसके बाद अमरीका और यूरोपकेशेयर बाजारों केप्रमुखसूचकांकों 
मेंबड़ीगिरावट देखने को मिल सकती है।बीतेशुक्रवारकोजब ट्रंप कोकोरोना पॉजि
टिव होनेकी खबरमिलीथीतो सुबह ग्लो
बल वायदा बाजारों के साथ-साथ शेयर बाजारों में बड़ी गिरावट के साथ बंद हुए थे।वैसेभारतमें2अक्टूबर कोगांधीजयंति
का अवकाश होने के कारण बाजार बंद थे।ऐसे में इसकाअसर सोमवार को दिखाई दे सकता है।
❤️भारतमेंगिरसकता हैशेयरबाजार❤️
जानकारों की मानें गुरुवार के बाद से शेयर बाजार में लंबा वीकेंड देखने को मिलाहै।जिसकी वजह से ग्लोबलबाजार
में गिरावटकाअसरभारतीय शेयर बाजार में देखने को नहीं मिला,लेकिन जब सोम
वार को जब बाजार खुलेंगे तो सेंटीमेंट नेगेटिव रहने के आसार हैं।जानकारों की मानें तो बाजार में डेढ़ से दो फीसदी तक कीगिरावटदेखने को मिलसकतीहैजोकि
बीते पांच कारोबारी सत्रों की तेजी है। एक्सपर्ट की राय के अनुसार बाजार में ट्रंपकेकोरोना होने का दबाव रहेगा। साथ देश में बढ़ते कोरोना वायरस की मामलों कादबाव रहने केआसार हैं। वैसे सितंबर महीने के आंकड़े काफी अच्छे देखने को मिलरहे हैं।ऐसे में बाजार मेंउतनी गिरा
वट देखने को ना मिले जितनी उम्मीद लगाई जा रही है 
❤️अमरीकी बाजारों में टूटेगा कहर❤️ प्रेसिडेंशियल इलेक्शन से पहले अमरीका के राष्ट्रपतिऔररिपब्लिकपार्टी के उम्मीदवार डोनाल्डट्रंप के कोरोना हो जाने की खबर बेहद गंभीर और बड़ी घटना है।जिसका असर शुक्रवारकी तरह सोमवार को भी देखने को मिल सकता है।शुक्रवार को वैसे न्यूयॉर्क स्टॉक एक्स
चेंज हरे निशान पर आकर सपाट स्तर पर बंद जरूर हुआ था, लेकिन ट्रंप की बीमारी का दबाव बना रहेगा।नैस्डैक में 2.22 %से ज्यादा की गिरावट देखने को मिली थी।जबकि एसएंडपी एक % की गिरावट के साथ बंद हुआ था। डाउजोंस 134 अंकों की गिरावट के साथ बंद हुए थे। ऐसे में इन इंडेक्स में फिर से गिरावट संभव है।
❤️यूरोपीय बाजारहोसकते हैंबेहाल❤️
यूरोपीय बाजारों के दो प्रमुख सूचकांक यूरोस्टॉक्स और डीएएक्स दोनों गिरावट के साथ क्रमश:0.10 % और 0.33%  की गिरावट के साथ बंद हुए थे।वहीं FTSE में रिकवरी देखने को मिली थी। फाइनेंशियल टाइम्स एक्सचेंज 0.39 % की तेजी के साथ बंद हुआ था। सीएससी भी हरे निशान पर रहते 0.02 ‰ की तेजी के साथ सपाट स्तर पर बंद हुआथा।जानकारों का कहना है कि आने
वाले दिनों में ट्रंप की बीमारी को लेकर प्रिडक्शनकिया जा रहा है उससे यूरोपीय बाजारों में एक से डेढ़ %की गिरावट देखने को मिल सकती है।
❤️एशियाई बाजारों का कैसा रहेगा रुख❤️
वहींदूसरी ओर एशियाईबाजारों का रुख भीकाफीअहम है।निक्कई, टोक्यो, हेंग
सेंग और शंघाई जैसे बाजारों में भी गिरा
वट का रुख देखने को मिल सकता है। चीन की इकोनॉमिक आंकड़े अच्छे आए हैं। ऐसे में दबाव थोड़ा हल्का रह सकता है।वैसे शुक्रवार को निक्कई 0.67 % फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था।वहीं टोक्यो के बाजार में 01 % की गिरावट देखने को मिली थी।हेंगसेंग और शंघाई स्टॉक एक्सचेंज 30 से खुले नहीं है। ऐसे में इन दोनों बाजारों में भी दबाव देखने को मिल सकता है।
🌻💐🌹🌲🌸🌲🌹💐💐🌻💖(A/4) आईपीएल (IPL)के15वें मुकाबले में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु  की टीमराजस्थान रॉयल्सकोआठविकेट से
हराकरअंकतालिकामेंदूसरेस्थानपर💖 
IPL क्रिकेट रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु  की टीमराजस्थान रॉयल्सकोआठविकेट से
हराकर अंक तालिका मेंदूसरे स्थान पर
पहुंच गई। इस सीजन में बेंगलुरु की यह तीसरी जीत है। इस मैच की जीत के बाद आरसीबी के कप्तान विराट कोहली  ने सबको चौंकाते हुए राजस्थान रॉयल्स के राहुल तेवतिया को एक अनमोल तोहफा दिया।ट्विटर पर शेयर किया यह खास पलविराट कोहली ने अपने ट्विटर अकाउंटपर इस खास पलको शेयरकिया
शायद हीतेवतिया इस पल को कभीभूल
पाएंगे।दरअसल,विराटकोहलीनेतेवतिया
 को आरसीबी की जीत के बाद खुद की साइन की हुई एक जर्सी उन्हें तोहफे में दी।तेवतियाकेप्रदर्शन से इंप्रेसहुएकोहली
गौरतलब हैकितेवतियाआईपीएलसीजन
13 में लगातार ताबड़तोड़ बैटिंग कर रहे हैं।उनकेप्रदर्शनसेटीम इंडियाऔरआरसी
बी के कप्तान भी इंप्रेस हैं। बता दें कि तेवतियानेकिंग्स इलेवनपंजाबकेखिलाफ
मैचमें एक ओवर में पांच सिक्स जड़कर हारी टीम को बाजी जीता दी थी। उन्होंने पंजाब के खिलाफ 53 रनों की तूफानी पारी खेली।शनिवार को उन्होंनेआरसीबी
के खिलाफ 12 गेंदों में 24 रनों की तेज तर्रार पारी खेली।बीमर गेंद पर गिर पड़े थे तेवतियाआरबीसी के खिलाफ मैच में तेंज गेंदबाज नवदीप सैनी की बीमर गेंद लगीऔर वह गिर पड़े।इसके बाद उन्होंने अगलीदोगेंदों पर दो सिक्सलगाकर नव
दीप को करारा जवाब दिया। हो सकता हैकोहली को तेवतिया का यही अक्रामक 
अंदाज पंसद आया हो।
💖IPL-2020 : चैलेंजर्स ने राजस्थान को 8 विकेट से रौंदा, ये खिलाड़ी रहे जीत के हीरो💖
राजस्थान ने रॉयल चैलेंजर्स के खिलाफ पहले खेलते हुए छह विकेट के नुकसान 154 रन बनाए थे। इसके जवाब में आरसीबी ने पांच गेंद शेष रहते ही दो विकेट के नुकसान पर आसानी से लक्ष्य का पीछा कर लिया. बैंगलोर के लिए कप्तान कोहली ने नाबाद 72 और देवत्त पड्डिकल ने 63 रन बनाए।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐(B)आज के दिन जन्मे.भारत की एक वीरांगना.रानी दुर्गावती.का.जीवन- 
परिचय . 
रानी दुर्गावती (5 अक्टूबर 1524 – 24 जून 1564) भारत की एक वीरांगना थीं  महोबाकेचंदेल राजा सालबाहन की पुत्री थी।जिन्होनेअपने विवाह के चारवर्ष बाद अपने पति गौड़ राजा  दलपत शाह की असमय मृत्यु के बाद अपने पुत्र वीरनारा
यण को सिंहासन पर बैठाकर उसके संर
क्षक के रूप में स्वयं शासन करना प्रारंभ किया।इनकेशासन मेंराज्यकीबहुतउन्नति
हुई। दुर्गावती को तीर तथा बंदूक चलाने का अच्छा अभ्यास था। चीते के शिकार में इनकी विशेष रुचि थी।उनकेराज्य का नाम गोंडवानाथा जिसका केन्द्रजबलपुर 
था।वेइलाहाबाद के मुगलशासकआसफ
खान से लोहा लेने के लिये प्रसिद्ध हैं।
              💖परिचय 💖
रानी दुर्गावती कालिंजर के राजा कीर्ति
वर्मन कीर्तिसिंहचंदेल की एकमात्रसंतान
थीं।चंदेल लोधी राजपूत वंश की शाखा काही एकभाग है।बांदाजिलेके कालिंजर
किले में 1524 ईसवी की दुर्गाष्टमी पर जन्म केकारण उनका नाम दुर्गावती रखा गया।नाम केअनुरूप हीतेज,साहस,शौर्य
और सुन्दरता के कारण इनकी प्रसिद्धि सब ओर फैल गयी। दुर्गावती के मायके और ससुराल पक्ष की जाति भिन्न थी लेकिन फिर भी दुर्गावती की प्रसिद्धि से प्रभावित होकर गोण्डवाना साम्राज्य के राजा संग्राम शाह ने अपने पुत्र दलपत शाह मडावी से विवाह करके,उसे अपनी पुत्रवधू बनाया था।दुर्भाग्यवश विवाह के चार वर्ष बाद ही राजा दलपतशाह का निधन हो गया। उस समय दुर्गावती की गोद में तीन वर्षीय नारायण ही था। अतः रानी ने स्वयं ही गढ़मंडला का शासन संभाल लिया। उन्होंने अनेक मठ, कुएं, बावड़ी तथाधर्मशालाएं बनवाईं। वर्तमान जबलपुर उनकेराज्य काकेन्द्रथा। उन्होंने अपनी दासी के नाम पर चेरीताल, अपने नाम पर रानीताल तथा अपने विश्वस्त दीवान आधारसिंह के नाम पर आधार
ताल बनवाया।रानी दुर्गावती चंदेल का यह सुखी और सम्पन्न राज्य पर मालवा के मुसलमान शासक बाजबहादुर ने कई बारहमला किया,पर हर बार वहपराजित
हुआ। मुगल शासक अकबर भी राज्य कोजीतकररानी कोअपने हरममें डालना चाहताथा।उसने विवाद प्रारम्भ करने हेतु रानीकेप्रियसफेदहाथी(सरमन)औरउनके
विश्वस्त वजीरआधारसिंहको भेंट के रूप मेंअपने पास भेजने को कहा।रानी ने यह मांग ठुकरा दी।इसपरअकबर ने अपने एकरिश्तेदारआसफ खांकेनेतृत्व मेंगोण्ड
वाना साम्राज्य पर हमला कर दिया। एक बारतोआसफखांपराजित हुआपरअगली
बारउसने दुगनी सेना और तैयारी केसाथ
हमला बोला।दुर्गावती के पास उस समय बहुतकम सैनिक थे।उन्होंने जबलपुर के पास नरई नाले के किनारे मोर्चा लगाया तथास्वयंपुरुषवेशमेंयुद्ध कानेतृत्वकिया। इस युद्ध में 3,000 मुगल सैनिक मारे गये लेकिन रानी की भी अपार क्षति हुई थी।अगलेदिन 24 जून 1564 को मुगल सेना ने फिर हमला बोला।आज रानी का पक्षदुर्बल था,अतःरानीने अपने पुत्र नारा
यणकोसुरक्षित स्थान परभेज दिया।तभी
एक तीर उनकी भुजा में लगा,रानीने उसे निकाल फेंका।दूसरे तीर ने उनकी आंख कोबेध दिया,रानी ने इसे भी निकाला पर उसकी नोक आंख में ही रह गयी। तभी तीसरा तीर उनकी गर्दन में आकर धंस गया।रानी ने अंत समय निकट जानकर वजीर आधारसिंह से आग्रह किया कि वह अपनी तलवार से उनकी गर्दन काट दे, पर वह इसके लिए तैयार नहीं हुआ। अतः रानी अपनी कटार स्वयं ही अपने सीने में भोंककर आत्म बलिदान के पथ पर बढ़ गयीं। महारानी दुर्गावती चंदेल ने अकबरकेसेनापतिआसफ़खानसेलड़कर
अपनीजानगंवाने से पहलेपंद्रह वर्षों तक शासन किया था।
जबलपुर के पास जहां यह ऐतिहासिक युद्ध हुआ था,उस स्थान का नाम बरेला है,जो मंडला रोड पर स्थित है,वही रानी की समाधि बनी है,जहां गोण्ड जनजाति के लोग जाकर अपने श्रद्धासुमन अर्पित करते हैं।जबलपुर में स्थित रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय भी इन्ही रानी के नाम पर बनी हुई है।रानी दुर्गावती के सम्मान में 1983 में  जबलपुर विश्वविद्यालय का नामबदलकररानीदुर्गावती विश्वविद्यालय कर दिया गया|भारत सरकार ने 24 जून 1988 रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस परएक डाक टिकटजारीकर रानी दुर्गा
वती को याद किया। जबलपुर में स्थित संग्रहालय का नाम भी रानी दुर्गावती  के नाम पर रखा गया |मंडला जिले के शास
कीयमहाविद्यालय कानामभी रानी दुर्गा
वती के नाम पर ही रखा गया है। रानी दुर्गावती की याद में कई जिलों में रानी दुर्गावती की प्रतिमाएं लगाई गई हैं और कई शासकीय इमारतों का नाम भी रानी दुर्गावती के नाम पर रखा गया है।
         💖शेरशाह सूरी युद्ध💖
कालिंजर नरेश महाराज श्रीकीर्तिराज शाह शेरशाह सूरी की सेनाओं से भीषण युद्ध करते हुए कई बहुत गहरे घाव खा गए। चंदेल सैनिक उन्हें मूच्छित अवस्था में पालकी में डालकर किसी प्रकार दुर्ग में ले आए। राजकीय चिकित्सक उनकी चिकित्सा में लग गए।समस्त वातावरण में भय व्याप्त था। सूरी के सैनिक दुर्ग के सुदृढ़क पाटों को भग करने का प्रयत्न कर रहे थे।सूरी सैनिकों के शवों और तीखेभालों से बिंधे हुए, करुण चिंगघाड़ों से आकाश को प्रकम्पित करने वाली दहाड़ों से खड़े-खड़े विशाल गजराज दुर्ग द्वार के रक्षक आश्चर्यजनक रूप से बन गए। द्वार से निराश होकर सूरी ने अपनी रणनीति में परिवर्तन कर डाला।दुर्ग के पीछेकी दीवार जो अपेक्षाकृत कम ऊंची थी,उसकेनीचेलकड़ी का ढालदार प्रशस्त मंच बना कर सूरी के सैनिक बारूद की मोटीतह बिछनेलगे। दुर्ग से अपने विरोध मेंकोई प्रतिक्रियान देखकरउनका साहस बढ़ताजारहाथा।उधरगढ़ के अंदरनारियों के सम्मान की रक्षा के लिए लकड़ियों के ढेरलगनेलगे।दुधमुंहे बच्चोंऔरविशेषकर 
प्रत्येकआयु की कन्याओं कोलेकर उनके
चारों ओर नारिएँ एकत्रित होने लगीं। चौराहे-चौराहे पर रखे केसर के घोल में रंग-रौगकर पुरुष केसरियापरिधानधारण
करने लगे।किसीभीक्षण बारूदकेभीषण
विस्फोट से गढ़ की दीवार द्वार का रूप ग्रहणकरसूरीके नृशंस सैनिकोंको निबांध प्रवेशका मार्ग प्रदान करसकतीथी। तभी उन्होंनेदेखा कि पूर्णश्रृंगारकरके महाराज कुमारी दुर्गावती अपनी5-7 समवयस्क
सहेलियों के साथ सिंहवाहिनी भवानी की गति से बढ़ती चली आ रही हैं। वह आदेशात्मक स्वर से बोली “न कोई इन लकड़ियों के पर्वताकार देर में पलीता लगाएऔर न कोईगढ़ केकपाट खोलकर बाहर निकलने का विचार करे। हम दुर्ग शिखरपर जा रही हैं। स्थितिकाआकलन
कर शख्ध्वनि पर सभीअपने-अपने घर
पर लौट जाएँ अन्यथा दुर्ग शिखर से सर्व
-”प्रथम मैं, प्रमुख देर पर क्ट्रेंगी। तब शीघ्रतापूर्वक पलीते लगा दिए जाएँ। महाराजा को यद्यपि घाव गंभीर लगे हैं किन्तु वे जीवित हैं।” -कहती हुई राज
कुमारी दुर्गावती अजयगढ़ के प्रमुख शिखर की ओर बढ़ चली। देखा कि बारूद बिछाने का कार्य स्वयं शेरशाह सूरी की निगरानी में विद्युत्गति से हो रहा है। वह सूरी का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करने के लिए ताली बजाकर हंस पड़ी शेरशाह सूरी ने जो ही उसकी ओर देखा, वहीं से ऊंचे स्वर से बोली, “शहंशाहे हिंद जनाबे आली महाराजा कुछ ही क्षण के मेहमान हैं। कालिंजर का राजसिंहासन हमारे अधिकार में है। बोलो तुम क्या चाहते हो? मैं तुम्हारा वरण करने को तैयार हूँ। इसके अतिरिक्त तुम्हारी और जो कोई शर्त हो, वह लिखकर अपने किसी दूत को भेज दो। अथवा हम यहीं से एक डोल लटका रही हैं, उसमें रखा दो। कालिंजर के साथ अपनी सेना की भी रक्षा करो, उन्हें प्राणदान दो। जब कालिंजर अपनी शासिका सहित तुम्हें अपना शासक स्वीकार करने को तैयार है तो व्यर्थ के खून-खराबे से बचना उचित होगा। अपने वजीर से कही संधि पत्र तैयार करे। अपने सैनिकों से कहो गढ़ का मार्ग साफ करें। ताकि शान से आपकी सवारी गढ़ में तशरीफ ला सके। हम अपने क्रोधित सैनिकों को मुकाबले से आपका संकेत पाते ही तुरंत रोक देंगी।” सूरी शाह दुर्गावती के शब्द सुनकर अपने वजीरों से परामर्श करने लगा। संधिपत्र तैयार होने लगा। किंतु राजकुमारी दुर्गावती से उनका बारूद बिछाने का कार्य गोपनीय रूप से होता हुआ छिपा नहीं रह सका। कालिंजर के सैनिक भी उसी गोपनीय रीति से धीरे-धीरे किंतु तीव्र गति से बारूद को भिगोने लगे। उधर सूरी सैनिक अपने सैनिकों और भालों से बिंधे हुए हाथियों को मोटी-मोटी श्रृंखला डालकर खींचने लगे। इधर कालिंजर के सैनिक पर्याप्त मात्रा में मुख्य द्वार के ऊपर मोटी-मोटी कनातें लगाकर तेल-पानी खौलाने लगे। बड़ी-बड़ी शिलाएँ एकत्रित करने लगे। प्रत्येक बुर्ज पर तीरन्दाजों को ढेरों बाण और पलीते दे-देकर बैठाया जाने लगा। शांतिपूर्वक मुख्य द्वार का मार्ग सूरी सैनिकों ने साफ करके संधिपत्र की स्याही सूखने से पूर्व ज्यों ही आक्रमण किया, ऊपर से पहले से भी अधिक शिलाएँ तेल-पानी बरसने लगे। तीखे तीरों ने सूरी सैनिकों के हरावली दस्तों को बांध डाला। सूरी शेरशाह दगा दगा कहते हुए जो ही बारूदी मंच से उतरने लगा, त्यों ही उसके पीछे राजकुमारी दुर्गा और उनकी सखियों के धनुषों से धधकते हुए अग्नि बाण गिरने लगे। बारूद, बिना अाँखों वाला बारूद, सौ-सौ लपलपाती जिहवाओं वाला बारूद, गगनचुंबी लपटें लहराने लगा। अपने अंगरक्षकों सहित शहंशाहेहंद जनाबेआला गाजी-काजी जैसी कितनी उपाधिएँ लादे वह लंपट पाजी कोयलों के ढेर का एक कोयला बन कर रह गया। चंदेल सुभटगढ़ का द्वार खोलकर सूरी सैनिकों पर वज़ की भाँत टूट पड़े। 22 मई 1545 को शेरशाह मार दिया गया।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐🌻(C) आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ💐
5 अक्टूबर की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
1793 - फ्रांसीसी क्रांति के दौरान फ्रांस में ईसाई धर्म विस्थापित हुआ।
1796 - स्पेन ने इंग्लैंड के ख़िलाफ़ युद्ध की घोषणा की।
1805 - भारत में ब्रिटिश राज के दूसरे गवर्नर जनरल व कमांडर इन चीफ लार्ड कार्नवालिस का गाजीपुर में निधन।
1864 - कलकत्ता शहर में चक्रवात से लगभग 50,000 लोगों की मौत।
1915 - बुल्गारिया ने प्रथम विश्व युद्ध में हिस्सा लिया।
1946 - पहले कान फिल्म समारोह का समापन।
1948 - तुर्कमेनिस्तान की राजधानी अश्क़ाबात में भूकंप से 110,000 लोगों की मौत।
1962 - जेम्स बॉंड सीरीज की पहली फिल्म ‘डॉ. नो’ रिलीज हुई।
1988 - ब्राजील की संविधान सभा ने संविधान को मंजूरी दी।
1989 - न्यायमूर्ति मीरा साहिब फ़ातिमा बीबी सुप्रीम कोर्ट की पहली महिला जज बनी।
1995 - आयरलैंड के कवि एवं साहित्यकार हीनी को वर्ष 1995 के साहित्य पुरस्कार से सम्मानित करने की घोषणा।
1997 - राजधानी कम्पाला से नील नदी को स्रोत जिन्जा में प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने महात्मा गांधी की प्रतिमा का अनावरण किया, भारतीय टेनिस खिलाड़ी लिएंडर पेस तथा महेश भूपति ने जिम कूरियर तथा एलेक्स ओ ब्रायन को पराजित कर 'चाईना ओपन टेनिस टूर्नामेंट' का ख़िताब जीता।
1999 - भारत ने व्यापक परमाणु परीक्षण प्रतिबंध संधि (सीटीबीटी) पर होने वाली विशेष बैठक में शामिल नहीं होने का फैसला किया।
2000 - यूगोस्लाविया के राष्ट्रपति मिलोसेविच के ख़िलाफ़ विद्रोह।
2001 - पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ़ ने सेनाध्यक्ष पद पर अपना कार्यकाल अनिश्चित काल के लिए बढ़ाया।
2004 - पश्चिम एशिया पर अरब देशों के प्रस्ताव का अमेरिका ने विरोध किया।
2005 - खुशमिज़ाजी में भारत चौथे नंबर पर।
2007 - नेपाल सरकार और माओवादियों के बीच समझौता न हो पाने के कारण संविधान सभा के लिए चुनाव रद्द हुआ। परवेज मुशर्रफ़ व बेनजीर भुट्टो के बीच समझौता हुआ।
2008- केन्द्र सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देशानुसार 'सेतु समुंद्रम परियोजना' के लिए दूसरी जगहों का परीक्षण शुरू किया।
2011-
एप्पल के पूर्व मुख्य कार्यकारी और सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स का 56 वर्ष की आयु में निधन हो गया है।
भारत में दुनिया का सबसे सस्ता 2250 रुपये का टैबलेट पीसी ‘आकाश’ लॉन्च किया गया।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐(D)आज के दिन जन्म लिए महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व
1954 - गुरुदास कामत - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के राजनेता तथा प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ थे।
1950 - वी. वैथिलिंगम - पुदुचेरी के छठवें मुख्यमंत्री थे।
1936 - हितेश्वर साइकिया - भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, जो दो बार असम के मुख्यमंत्री रहे थे।
1934 - चो रामस्वामी - भारतीय अभिनेता, हास्य कलाकार, राजनीतिक व्यंग्यकार, नाटककार, फ़िल्म निर्देशक और अधिवक्ता
1902 - राम चतुर मल्लिक, ध्रुपद-धमार शैली के गायक
1890 - किशोरी लाल मशरूवाला - समाज सुधार🙏 तथा स्वतन्त्रता सेनानी थे।
1751 - सर जॉन शोर - सन 1793 से 1798 ई. तक भारत का गवर्नर-जनरल रहा।
1524 - रानी दुर्गावती - भारतीय इतिहास की प्रसिद्ध
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐🌻(E)आज के निधन हुवे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व।
5 अक्टूबर को हुए निधन 
2003 - विल्सन जोन्स - भारत के पेशेवर बिलियर्ड्स खिलाड़ी थे।
 1981 - भगवतीचरण वर्मा, हिन्दी जगत् के प्रमुख साहित्यकार। 1937 - दुर्गा प्रसाद खत्री - हिन्दी के प्रसिद्ध उपन्यास लेखकों में से एक। 1805 - लॉर्ड कॉर्नवॉलिस - फ़ोर्ट विलियम प्रेसिडेंसी के गवर्नर-जनरल रहे। 
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐🌻(F) आज का दिवस का नाम
वन विश्व आवास दिवस 
2अन्तरराष्ट्रीय शिक्षक दिवस 
3वन्यजीव सप्ताह 
(2 अक्टूबर से 8 अक्टूबर)
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आज की बात -आपके साथ" मे आज इतना ही।कल पुन:मुलाकात होगी तब तक के लिये इजाजत दिजीये।
      आज जन्म लिये  सभी  व्यक्तियोंको आज के दिन की बधाई। आज जिनका परिणय दिवस हो उनको भी हार्दिक बधाई।  बाबा महाकाल से निवेदन है की बाबा आप सभी को स्वस्थ्य,व्यस्त मस्त रखे।
💐।जय चित्रांश।💐
💐जयमहाकाल,बोले सोनिहाल💐
💐।जय हिंद जय भारत💐
💐  निवेदक;-💐
💐 चित्रांश ;-विजय निगम।💐


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