।।ॐ गं गणपतये नमः।।
या देवी सर्वभूतेषु शक्तिरूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै,नमस्तस्यै,नमस्तस्यै नमो नम:
श्री चित्रगुप्ताय नमो नमः।।
🌻💐🌹🌲🌸🌲🌹💐💐🌻
प्रिय साथियो।
🌹राम-राम🌹
🌻 नमस्ते।🌻
आज की बात आपके साथ मे आप सभी साथीयों का दिनांक 18 अक्टूबर 2020 रविवारकी प्रातःकी बेला में हार्दिक वंदन है अभिनन्दन है।
🌻💐🌹🌲🌸🌲🌹💐💐🌻
आज की बात आपके साथ अंक मे है
A कुछ रोचक समाचार
B आजके दिनजन्मे.प्रसिद्ध राजनेतिक
व्यक्तित्व आंध्र प्रदेश केपूर्व,राज्यपाल
एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का जीवन परिचय लेख
C आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
D आज के दिन जन्म लिए महत्त्वपूर्ण
व्यक्तित्व
E आज के दिन निधन हुवे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व।
F आज का दिन/ दिवस का नाम ।
🌻💐🌲🌸🌲🌹💐💐🌻
(A) कुछ रोचक समाचार(संक्षिप्त)
💖(A/1)नवरात्रिउत्सव द्वितीय दिवस: मांकत्यायनीशक्तिपीठ :कुंवारी कन्याओ
केदर्शन करने परमिलता है मनचाहा पति
शीघ्र होती हे शादी💖
💖(A/2)नवरात्रि प्रारम्भ होते ही पेट्रोल डीजल के भावों में आईं कमी जानिए चार महानगरों में क्या होंगे दाम💖
💞(A/3)घरेलू गैस के एलपीजी सिलें
डर के डिलीवरी नियमों में बड़ा बदलाव: बीना ओटीपी नंबर के सिलेंडर की डिलीवरी नहीं हो पाएगी।💞
💞(A/4)माधुरी दीक्षित नेने की 21 वी हैप्पी मैरेज एनिवर्सरी: माधुरी ने अपने अलग ही अंदाज में डॉक्टर श्री राम नेने को सोशल मीडिया पर विश किया।💞
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐(A)कुछ रोचक समाचार(विस्तृत)
💖(A/1)नवरात्रिउत्सव द्वितीय दिवस: मांकत्यायनीशक्तिपीठ :कुंवारी कन्याओ
केदर्शन करने परमिलता है मनचाहा पति
शीघ्र होती हे शादी💖
मथुरा (यूपी) देवीके51शक्तिपीठों सेएक
हैमां कत्यायनी शक्ति पीठ।इस स्थान पर
मां सती के केश गिरे थे भगवानश्रीकृष्ण
कीजन्मभूमि मथुरा से 12 किमी दूर भग
वानकृष्ण की क्रीड़ाभूमिवृन्दावन मेंस्थित
इसस्थान परराधा ने गोपियों सहितकृष्ण
कोपतिरूप मेंपाने के लिए पूजा की थी।
मां कत्यायनी शक्ति पीठ के बारे में कहा जाता है किजब सती के पिता ने यज्ञ का आयोजन कियाथा। समस्त देवताओं को आमंत्रित किया। जब इस की जानकारी सती को हुई कि मेरे पति भगवान शिव को आमंत्रित नहीं किया जा रहा तो वह बिनाबुलाए अपने पिता के घर चली गयी औरअपनेपितासेअपने पति को न बुलाने
का कारण पूछा तो सती के पिता ने भग
वान शिव के लिए बहुत भला बुरा कहा। जिसे सुनकर सती सहन नहीं कर पाई और हवन कुण्ड में कूद गयी। जब इस घटना की जानकारी भगवान के गणों ने भगवानशिव को दी तो वहबहुत व्याकुल हो गएऔर उन्होने सती की जली हुई देह कोकंधेपर लेकर यहां-वहांघुमने लगेऔर
तांडव शुरू कर दिया। शिव के तांडव से प्रलयमच गई।सभी देवता घबरा कर भग
- वान कीशरणमें गयेऔर विष्णु भगवान ने मांसती से क्षमा मांगकर सती के शरीर के 51हिस्से कर दिएऔर जो-जो हिस्सा
जहां गिरावह स्थान शक्ति पीठ बन गया।
कुंवारी कन्या को मिलता है मनचाहा पति :- और इस स्थान पर सती के बाल गिरेथे। इस शक्ति पीठ की बहुत मान्यता है, कहा जाता है कि कृष्ण को गोपियों ने पति रूप में पाने के लिए राधा सहित मां कत्यायनी की पूजा की थी और राधाजी ने मांकत्यायनी को ये वचन भी दिया की जो कुंवारी कन्या यहां आकार आपकी पूजा करेगी उसे उसका मन चाहा वर अवश्य मिलेगा। तब से लेकर आज तक यहां भक्त मां से अपने मनचाहे वर को पति रूप में पाने के लिए यहां आकार मां से मन्नतें मांगती हैं। यहां भक्त हजारों की संख्या में आकार मां का आशीर्वाद प्राप्त करते है।
मंदिर का इतिहास :-कृष्णचन्द्र की पावन पुण्यमय क्रीड़ा भूमि श्रीधाम वृन्दावन में कालिंदी श्री यमुना के निकट राधा बाग में स्थित है अति प्राचीन सिद्ध पीठ जहां विराजमानहैश्रीश्रीमांकात्यायनी।श्रीधाम
वृन्दावनमेंभगवती के केश गिरे थे इसका प्रमाण आर्य शास्त्र, ब्रह्म वैवर्त पुराण एवं आद्या स्त्रोत आदि कई पुराणों में मिलता है।देवऋषिश्री वेदव्यासजी नेश्रीमद भग
वत के दशम स्कन्ध के बाइसवें अध्याय में उल्लेख किया है।
"कात्यायनी महामायेमहयोगिन्यधीस्वरि।
नन्दगोपसुतम् देवी पति मे कुरु ते नमः।
बालू से मां की प्रतिमा बनाई :-इस मंदिर की स्थापना स्वामी केस्वानन्द महाराज ने 1 फरवरी1923 को माघ पूर्णिमा के दिन बनारस,बंगाल के सुविख्यात वैदिक याज्ञिक ब्राह्मणों द्वारा वैष्णव परम्परा से कीगयी।कहा ये भी जाता है कि भगवान
श्रीकृष्ण ने कंस के साथ युद्ध करने से पहले यमुना किनारे मां कात्यायनी को कुल देवी मानकर बालू से मां की प्रतिमा बनायीं और उसकी पूजा कर कंस पर विजय पाने का आशीर्वाद प्राप्त किया। मान्यता है की इस स्थान पर शुद्ध मन से मांगी गयी कोई भी मनोकामना मां पूरी करती है यही कारण है की यहाँ भक्त मां के दर्शन कर मनौती मांगते है।आरती के
समय प्रवेश नहीं :- हर नवरात्रों के समय देश दुनिया के लाखों श्रद्धालु यह आकर मां कात्यायनी के दर्शन करते हैं, लेकिन इस बार कोरोना महामारी के चलते मां कात्यायनीकेदर्शनोंं के इंतजाम किए गए हैं।इसबारभक्तोंकोमंदिरमेंप्रवेश से पहले पूरीतरह सेसैनिटाइज करना आवश्यक होगा बिना मास्क के मंदिर में प्रवेश नहीं दिया जाएगा।मंदिर में सुरक्षा व्यवस्था औरमंदिर प्रशासन की तरफ से चल रही तैयारियोंकीजानकारीदेते हुए कात्यायनी
मंदिर के प्रबंधक विजय मिश्रा ने बताया सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करनेकेलिए
मंदिर में एक समय में सिर्फ पांच भक्तों को ही अनुमति दी जाएगी। इस प्रकार करीब 200 भक्त ही मां कात्यायनी के दर्शन कर सकेंगे। इस बार मंदिर केमुख्य
द्वार को सिर्फ चार घंटे के लिए खोला जाएगा।जिसमें 2 घंटे सुबह और 2 घंटे शाम को ही भक्तों को प्रवेशदिया जाएगा
मंदिर प्रबंधन से जब हमारी बात हुुुई तो सुबह 2 घंटेें के लिए भक्तों दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है। जिसमें करीब 200भक्तों को हीमां कात्यायनी के दर्शन लाभमिल सकेंगे वहीइसखबर को सुन
कर मांं कात्यायनी के भक्तों मे मायूसी है नवरात्रों में आरती के समय किसी भी भक्तकोमंदिर में प्रवेश नहीं दियाजायेगा।
💖🦠❤️💥🌱🌹💤🩸🌾💦
💖(A/2)नवरात्रि प्रारम्भ होते ही पेट्रोल डीजल के भावों में आईं कमी जानिए चार महानगरों में क्या होंगे दाम💖
नई दिल्ली। एक ओर कोरोना की मार, तो दूसरी ओर रोजाना पेट्रोल-डीजल के भाव में होते बदलाव से लोग परेशान हो जाते है। लेकिन नवरात्र के शुरू होते ही ग्राहकोंको एकबड़ी राहत कीखबर सुनने कोमिलरही है कि सरकारी तेल कंपनियां नेआज पेट्रोल-डीजल की कीमतोंमेंथोड़ी
कटौती की है। आज ना केवल पट्रोल के दाम में गिरावट आई है बल्कि डीजल के दाममें भीथोड़ी कटौती कर दी है। दिल्ली में आज पेट्रोल 15 पैसे प्रति लीटर घट कर 81.40 रुपये और डीजल 19 पैसे प्रति लीटर घट कर 72.37 रुपये प्रति लीटर पर आ गया है।
🔥लगातार महंगा हुआ था पेट्रोल🔥
बैसेपेट्रोल की कीमत के बारे में बातकरें, तो इसके दाम में बढ़ोत्तरी लगातार देखी गई है। पिछले कुछ महीने से पेट्रोल की कीमतों में जो आग लगनी शुरू हुई, वह बीते एक सितंबर तक जारी रही। दिल्ली महानगर में धीरे धीरे करके पेट्रोल प्रति लीटर1.65 पैसेमहंगा होते हुएदेखा गया था।हालांकि, बीते 10 सितंबर के बाद सेइसमें कमी का आंकड़ा धीरेधीरे देखने कोमिला। और अभी तक इसमें 68 पैसे की कमी हो चुकी है।
🔥पिछले कुछ महिनों से डीजल भी हुआ था महंगा🔥
वहीडीजलकीकीमत के बारे में बात करें, तो इसके दाम में भी लगातार बढ़ोत्तरी ही देखने को मिली है। इसके दाम में भी बढ़ोत्तरी 10 किस्तों में की गई थी। बीते कुछ महिनों में देखा जाए तो सरकारी तेल कंपनियों ने डीजल के दाम में लगा
तार बढ़ोत्तरी की है।उससे डीजल 1.60 रुपयेप्रति लीटर महंगा हो चुका है।3सितं
बरसेडीजल की कीमत में थोड़ा बदलाव देखने को मिला है जो रह-रह कर सस्ता हो हुआ है और कल तक इसकी कीमत घटकर1.19 रुपये के करीबआ चुकी है।
🔥चार महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम🔥
आईओसीएल से मिली जानकारी केअनु
सार देश के चारों महानगरों में आज के दिन तक पेट्रोल के दाम स्थिर रहे है कल तकपेट्रोल की कीमत 81.06 रुपये प्रति लीटर के हिसाब थी। जबकि डीजल के दाम मेंआज स्थिरता देखने को मिली हैं।डीजल कल के भाव 70.46 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से बिक रहा है। देश की राजधानी दिल्ली, कोलकाता और मुंबई में पेट्रोलकी कीमत में कोई बदलाव नही
देखनेकोमिलाहै मुंबई में पेट्रोलकीकीमत
पेट्रोल87.74 रुपयेप्रति लीटरकोलकाता
में 82.59 रुपये प्रति लीटर के हिसाब सेमिल रहा है।वहीं चेन्नई में पेट्रोल की कीमत 84.14 रुपये प्रति लीटर देखने को मिली है।
🌻💐🌹🌲🌸🌲🌹💐💐🌻💞(A/3)घरेलू गैस के एलपीजी सिलें
डर के डिलीवरी नियमों में बड़ा बदलाव: बीना ओटीपी नंबर के सिलेंडर की डिलीवरी नहीं हो पाएगी।💞
नई दिल्ली। कोरोना वायरस संकट के बीचएलपीजी सिलेंडर के नियमों में बड़ा बदलाव होने जा रहा है।इस बार उसकी
कीमतों में नहीं बल्कि होम डिलीवरी के नियमों में बदलाव हो रहाहै। सिलेंडर की चोर रोकने और असली कस्टमर की पहचान के लिए कंपनी ने बडा़ फैसला लिया है। नया नियम अगामी एक नवंबर से लागू होगा,जिसका असर केवल घरेलू सिलेंडर पर पड़ेगा। लेकिन, कमर्शियल सिलेंडर पर पुराना नियम ही लागू रहेगा।
💞 गैस। डिलीवरी सिस्टम में बडा़ बदलाव। 💞
जानकारीकेमुताबिक,कंपनियों ने एलपी
जीसिलेंडरकी होम डिलीवरी मेंऑथेंटिके
-शन कोड लागू करने का फैसला लिया है। इस नियम के तहत गैस की डिलीवरी जब होगी,उस वक्त ओटीपी नंबर जरूरी होगा। इतना ही नहीं इस नियम को लागू कराने के लिए एक एप भी तैयार किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, कोई ग्राहक जबअपना गैस सिलेंडर बुक कराएंगे, रजिस्टर मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी आएगा जिसे आपको डिलीवरी ब्वॉय को दिखाना जरूरी होगा। बिना कोड दिखाए आपको डिलीवरी ब्वॉय सिलेंडर नहीं दे सकता है। दरअसल, कंपनी का मकसदहैकि गैस सिलेंडर की चोरी रोका जाए। लिहाजा, अब अधिकृत नंबर से गैस बुक होंगे और बुकिंग के तुरंत बाद एक ओटीपी आएगा, जिसे आपको तब तक सुरक्षित रखना होगा, जब तक कि गैस सिलेंडर की डिलीवरी न हो जाए। कंपनीको यह जानकारी भी मिलजाएगी
जिसने बुकिंग कराया था उसके पास सिलेंडर पहुंच गया है।हालांकि जिनका
मोबाइल नंबर अभी कंपनियों में अपडेट नहीं होगा, उन्हें परेशानी हो सकती है।
💞डिलेवरीबॉय एप में दी गई है ये
सुविधा 💞
हालांकि, जो एप दिया गया है उसमें मोबाइल नंबर को अपडेट करने की भी सुविधा दी गई है। डिलीवरी ब्वॉय एप की मदद से आपका नया मोबाइल नंबर अपडेट कर सकता है। गौरतलब है कि अगरसिलेंडर बुक करने के बादआपको ओटीपी नंबर नहीं आता है,तो हो सकता है किआपका पुराना नंबर कंपनी केपास
हो या फिर नंबर गलत हो। लिहाजा, नई सुविधाओ से आप अपना मोबाइल नंबर अपडेटकर सकते हैं।फिलहाल,नएनियम
बड़ेशहरों में लागू होंगे।कंपनियां वर्तमान में इसे सौ स्मार्ट सिटी में लागू करने जा रही है। लेकिन, धीरे-धीरे पूरे देश में यह नियम लागू हो जाएगा।
🌻💐🌹🌲🌸🌲🌹💐💐🌻💞(A/4)माधुरी दीक्षित नेने की 21 वी हैप्पी मैरेज एनिवर्सरी: माधुरी ने अपने अलग ही अंदाज में डॉक्टर श्री राम नेने को सोशल मीडिया पर विश किया।💞
नई दिल्ली:बॉलीवुडएक्ट्रेसमाधुरीदीक्षित
औरश्रीराममाधव नेने कीशादी को करीब 21 साल हो चुके हैं। दोनों की जोड़ी को काफी पसंद किया जाता है।शादी केबाद सेहीदोनों कोलेकर कोई कंट्रोवर्सी सामने नहींआईहै।माधुरीनेजब शादी काफैसला
किया थातब वह स्टारडम केटॉप पर थीं। फिल्म इंडस्ट्री के कई हीरो उन पर फिदा थे।लेकिन माधुरी ने साधारणजीवनजीने
वालेडॉक्टरश्रीराम कोअपनाजीवनसाथी बनाया। दोनों ने 17 अक्टूबर 1999 में शादी की थी। ऐसे में आज दोनों अपनी शादी की 21वीं सालगिरह मना रहे हैं।
💖पति नेने को बताया सपनों का राजकुमार💖
माधुरी दीक्षित ने बड़े ही रोमांटिकअंदाज मेंपति नेनेकोएनिवर्सरी विशकीहै।माधुरी
दीक्षित ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से पतिनेने केसाथतस्वीरेंशेयर की है। इसके साथ ही एक्ट्रेस ने उन्हें अपने सपनों का राजकुमार बताया। माधुरी ने कैप्शन में लिखा'आज मेरे सपनों केआदमी केसाथ
रोमांच से भरे एक और वर्ष की शुरुआत है। हम इतने अलग हैं और फिर भी एक जैसे हैं। मैं अपने जीवन में आपके प्रतिआभारीहूं।हैप्पी एनिवर्सरी आपको
और हमें राम।' इसके साथ ही माधुरी ने दिलवाले इमोजी का भी इस्तेमाल किया है।एक्ट्रेसकीइस पोस्ट पर फैंसउन्हें एनि
वर्सरी की बधाई दे रहे हैं। साथ ही कुछ ही वक्त में उनकी इस पोस्ट पर लाखों लाइक्स आ चुके हैं।
इसके साथ ही श्रीराम नेने ने भी सोशल मीडियापर एनिवर्सरी के मौके पर माधुरी को विश किया। डॉ. नेने ने एक पुरानी तस्वीर शेयर की। जिसमें दोनों भारतीय पारंपरिक कपड़ों में नजर आ रहे हैं। नेने जहां कैमरे की तरफ देखकर पोज़ दे रहे हैं तो वहीं माधुरी कहीं और देखकर हंस रही हैं।इसतस्वीर को शेयर करते हुए नेने ने लिखा-21सालपहलेमैंने अपनीआत्मा कोढूंढाऔरसाथ में अपनी यात्रा को शुरू किया।हर दिनअद्भुत है और साथ में कई और एडवेंचर के लिए एक्साइटिड हैं। 21वीं सालगिरह की शुभकामनाएं!' उन
की यह पोस्ट सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रही है।
🌻💐🌹🌲🌸🌲🌹💐💐 💐(B)आजके दिनजन्मे.प्रसिद्ध राजनेतिक
व्यक्तित्व आंध्र प्रदेश केपूर्व,राज्यपाल
एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण दत्त तिवारी का जीवन परिचय लेख
💥 नारायण दत्त तिवारी💥
💝पूर्व भारतीय राजनीतिज्ञ💝
नारायण दत्त तिवारी (18 अक्टूबर 1925 – 18 अक्टूबर 2018) उत्तर प्रदेश और उत्तराखण्ड (तब उत्तरांचल) के भूतपूर्व मुख्यमन्त्री थे। वह भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता थे।
❤️ नारायण दत्त तिवारी❤️
🌷आन्ध्र प्रदेश के राज्यपाल🌷
कार्यकाल:-22 अगस्त 2007 से 26 दिसम्बर 2009
पूर्वाधिकारी:-रामेश्वर ठाकुर
उत्तराधिकारी:-ई.ऐस.ऐल.नरसिंहन
🌹विदेशमंत्री🌹
कार्यकाल:-1986-1987
पूर्वाधिकारी:-पी शिव शंकर
उत्तराधिकारी:-राजीव गांधी
🔥उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री🔥
कार्यकाल:-1976 से1977,
1984 - 1985,
1988 - 1989
💝उत्तराखण्ड के तीसरे मुख्यमंत्री💖
कार्यकाल:-
2002 से2007
जन्म:-18 अक्टूबर 1925
जन्मस्थल:-बलूती, नैनीताल जिला, उत्तराखण्ड
मृत्यु:-18 अक्टूबर 2018 (उम्र 93)
मृत्यु स्थल:-दिल्ली, भारत
राजनीतिकदल:भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस
बच्चे:-रोहित शेखर तिवारी
निवास:-
C 1/9 Tilak Lane, New Delhi and 1 A, Mall Avenue, Lucknow (Uttar Pradesh)
धर्म:-
वह उत्तर प्रदेश के तीन बार मुख्यमंत्री (1976-77, 1984-85, 1988-89) और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री (2002-07) के रूप में कार्यरत थे। 1986 और 1988 के बीच, उन्होंने प्रधान मंत्री राजीव गांधी के मंत्रिमंडल में पहली बार विदेश मामलों के मंत्री और फिर वित्त मंत्री के रूप में भी कार्यरत थे। उन्होंने 2007 से 2009 तक आंध्र प्रदेश के राज्यपाल के रूप में भी रहें।
🌷प्रारंभिक जीवन और शिक्षा🌷
नारायण दत्त तिवारी का जन्म 1925 में नैनीताल जिले के बलूती गांव में हुआ था। तब उत्तर प्रदेश का गठन नहीं हुआ था,औरये हिस्सा1937 के बाद से भारत केयूनाइटेड प्रोविंस के तौरपरजानाजाता
था।स्वतंत्रता के बाद संविधान लागू होने परइसेउत्तरप्रदेश का नाम मिला। तिवारी के पिता पूर्णानंद तिवारी वन विभाग में अधिकारी थे।अत:उनकीआर्थिक स्थिति
अच्छी थी। महात्मा गांधी के असहयोग आंदोलन केआह्वान पर पूर्णानंदने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।नारायण दत्त तिवारी की शुरुआती शिक्षा हल्द्वानी, बरेली और नैनीताल से हुई। अपने पिता केतबादले की वजह से उन्हेंएक से दूसरे शहरमें रहते हुए अपनी पढ़ाई पूरी करनी पड़ी।अपनेपिता की तरह हीवेभी स्वतं
त्रता की लड़ाई में शामिल हुए। 1942 में वह ब्रिटिश सरकार की साम्राज्यवादी नीतियों के खिलाफ नारे वाले पोस्टर और पंपलेट छापने और उसमें सहयोग के आरोप में पकड़े गए। उन्हें गिरफ्तार कर नैनीताल जेल में डाल दिया गया। इस जेल में उनके पिता पूर्णानंद तिवारी पहले से ही बंद थे। 15 महीने की जेल काटने के बाद वह 1944 में रिहा हुए। बाद में तिवारी ने इलाहाबाद विश्वविद्या
लय से उन्होंने राजनीतिशास्त्र में एमए किया।उन्होंने एमए की परीक्षा में विश्व
विद्यालमेंप्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। बाद मेंउन्होंने इसी विश्वविद्यालयसे एलएलबी कीडिग्रीभी हासिलकी।1947मेंआजादी
केसाल ही वह इस विश्वविद्यालय में छात्र यूनियन के अध्यक्ष चुने गए। यह उनके राजनैतिक जीवन की पहली सीढ़ी थी।
राजनीतिक जीवन
आजादी के बाद 1950 में उत्तर प्रदेश के गठन और 1951-52 में प्रदेश के पहले विधानसभा चुनाव में तिवारी ने नैनीताल(उत्तर)सीटसेप्रजा समाजवादी
पार्टी केउम्मीदवारके तौरपर हिस्सालिया
कांग्रेस कीहवा के बावजूद वे चुनावजीत
गएऔर पहली विधान सभा के सदस्य के तौर पर सदन में पहुंचे।यह बेहद दिल
चस्प है कि बाद केदिनों में कांग्रेस की सियासतकरनेवाले तिवारी की शुरुआत सोशलिस्ट पार्टी से हुई। 431 सदस्यीय विधानसभा में तब सोशलिस्टपार्टी के 20 लोगचुनकर आए थे।कांग्रेस के साथ तिवारी का रिश्ता 1963से शुरू हुआ।1965मेंवह कांग्रेस केटिकट सेकाशीपुर
विधानसभा क्षेत्र से चुने गए और पहली बारमंत्रिपरिषद मेंउन्हेंजगहमिली।कांग्रेस
के साथउनकी पारीकईसालचली।1968 में जवाहर लालनेहरू युवा केंद्र की स्था
पना के पीछे उनकाबड़ा योगदान था।1969से 1971 तक वेकांग्रेसकी युवा संगठन के अध्यक्ष रहे।1जनवरी 1976 को वह पहली बार उत्तरप्रदेश के मुख्य
मंत्री बने।यह कार्यकाल बेहद संक्षिप्त
रहा।1977 के जयप्रकाश आंदोलन की वजह से 30 अप्रैल कोउनकी सरकार को इस्तीफा देना पड़ा।तिवारीतीन बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे। वह अकेले राजनेता हैं जो दो राज्यों के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। उत्तर प्रदेश के विभाजन के बाद वे उत्तरांचल के भी मुख्यमंत्री बने। केंद्रीयमंत्री के रूप में भी उन्हें याद किया जाता है। 1990 में एक वक्त ऐसा भी था जब राजीव गांधी की हत्या के बाद प्रधानमंत्रीके तौर परउनकी दावेदारी की
चर्चाभी हुई।परआखिरकार कांग्रेस के भीतर पीवी नरसिंह राव के नाम पर मुहर लग गई। बाद में उन्होंने 2002 से 2007 के बीच उत्तराखंड के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया,जिसे उत्तरप्रदेश सेविभाजित कर बनाया गया था
19अगस्त2007कोतिवारीआंध्रप्रदेश
केराज्यपालबनाए गएलेकिन यहां उनका कार्यकाल बेहद विवादास्पद रहा।18 जनवरी 2017 को,अपने बेटे रोहित शेखरतिवारी(वकीलऔर पूर्व सलाहकार
उत्तर प्रदेश सरकार) और अपनी पत्नी डॉ.उज्ज्ववाला तिवारीके साथ,वेभाजपा
अध्यक्षअमितशाह की उपस्थितिमेंउत्तरा
खंडऔर उत्तर प्रदेश राज्यों में आयोजित विधानसभा चुनावों के लिए नरेंद्र मोदी और बीजेपी को अपना आशीर्वाद और समर्थन दिया।
,🌷 व्यक्तिगत जीवन 🌷
1954 में,उन्होंने सुशीला(नी संवाल) से विवाह किया,और 1991में उनकी पत्नि की मृत्यु हो गई।14 मई 2014 को, 88 वर्ष की उम्र में उन्होंने अपने जैविक पुत्र रोहित शेखर की मां उज्ज्ववाला तिवारी सेविवाह किया।पूर्व राज्यपाल और दो राज्यों केएकमात्र पूर्व मुख्यमंत्री नारायण
दत्त तिवारी ने लंबी बीमारी के बाद राज
धानी दिल्लीके साकेत स्थित मैक्स अस्प
ताल में 18 अक्टूबर 2018 को अपराह्न 2.50 बजे अंतिम सांसे ली।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐🌻(C) आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ💐
1898 - अमेरिका ने स्पेन से प्यूर्टो रिको का अपने कब्जे में लिया।
1922 - ब्रिटिश ब्राॅडकास्टिंग कॉरपोरेशन की स्थापना।
1944 - द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान नाजी जर्मनी से चेकोस्लोवाकिया की स्वतंत्रता के लिये सोवियत संघ ने लड़ाई शुरु की।
1972 - पहले बहुद्देशीय हेलिकाॅप्टर एस ए 315 का बैंगलोर में परीक्षण।
1980 - पहली हिमालय कार रैली काे बम्बई (मुंबई) के ब्रेबोर्न स्टेडियम से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया गया।
1985 - सम्पूर्ण विश्व में व्यापक विरोध के बावजूद दक्षिण अफ़्रीकी सरकार द्वारा अश्वेत कवि बेंजामिन मोलोइस को फ़ाँसी।
1991 - दक्षिण पश्चिम एशिया और दक्षिणी पूर्वी यूरोप के मुहाने पर स्थित अजरबैजान ने तत्कालीन सोवियत संघ से स्वतंत्र होने की घोषणा की।
1995 - कोलंबिया के कार्टाजेना में गुट निरपेक्ष देशों का ग्यारहवां शिखर सम्मेलन प्रारम्भ।
1998 - भारत और पाकिस्तान आणविक ख़तरे रोकने के लिए सहमत।
2000 - श्रीलंका में पहली बार विपक्षी सदस्य अनुरा भंडारनायके को संसद अध्यक्ष बनाने की सहमति।
2004 - कुख्यात चंदन तस्कर वीरप्पन मारा गया।
म्यांमार के प्रधानमंत्री खिन न्युंट को भ्रष्टाचार के आरोप में अपदस्थ कर नजरबंद कर रखा गया।
2005 - पाकिस्तान के राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ़ ने नियंत्रण रेखा को भूकम्प राहत कार्य के लिए खोलने का सुझाव दिया।
2007 - आठ वर्ष के बाद बेनजीर भुट्टो अपने वतन पाकिस्तान लौटीं। बेनजीर भुट्टाे की मोटर कार रैली में हुये आत्मघाती हमले में 139 लोगों की मौत हुई और 450 अन्य घायल हुए। इस आत्मघाती हमले में भुट्टो बाल बाल बचीं।
कनाडा की संसद के निचले सदन ने म्यांमार की विपक्षी नेता आंग सान सू-की को कनाडा की मानद नागरिकता देने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की।
सुदूर अंतरिक्ष में जीवन की तलाश के लिए हैटक्रीक इलाके (सैन फ़्रांसिस्को) में एलेन टेलिस्कोप एरे (एटीए) लगाया गया।
2008- उत्तर प्रदेश की मुख्यमंत्री मायावती ने रायबरेली की रेल कोच फैक्ट्री के लिए 189.25 करोड़ एकड़ भूमि रेल मंत्रालय को वापस की।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌸🌲🌹💐💐(D)आज के दिन जन्म लिए महत्त्व
पूर्ण व्यक्तित्व
1925 - नारायण दत्त तिवारी - उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री
1925 - इब्राहिम अल्काज़ी - भारतीय रंगमंच के प्रसिद्ध निदेशक और नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा के पूर्व निदेशक
1950 - ओम पुरी - हिन्दी फ़िल्मों के प्रसिद्ध अभिनेता।
🌻💐🌹🌲🌸🌲🌹💐💐🌻(E)आज के निधन हुवे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व।
1865 - विस्काउंट पामर्स्टन - 19वीं शताब्दी के मध्य में दो बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करने वाले एक ब्रिटिश राजनेता
1976 - विश्वनाथ सत्यनारायण - प्रसिद्ध तेलुगू साहित्यकार।
1996 - रामकृष्ण खत्री - भारत के प्रमुख क्रांतिकारियों में से एक थे।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌲🌹💐💐🌻(F) आज के दिन/ का नाम
1 नारायण दत्त तिवारी - उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री थे उनका आज जयंती दिवस हे।
2 इब्राहिम अल्काज़ी - भारतीय रंगमंच के प्रसिद्ध निदेशक और नेशनल स्कूल ऑफ़ ड्रामा के पूर्व निदेशक रहे उनका आज जयंती दिवस हे।
3ओम पुरी -हिन्दीफ़िल्मों केप्रसिद्धअभि
नेता थे उनका आज जयंती दिवस हे।
4 विस्काउंट पामर्स्टन - 19वीं शताब्दी के मध्य में दो बार प्रधानमंत्री के रूप में कार्य करने वाले एक ब्रिटिश राजनेता थे उनका पुण्यतिथि दिवस।
5 विश्वनाथ सत्यनारायण - प्रसिद्ध तेलुगू साहित्यकार थे उनका पुण्यतिथि दिवस।
6 रामकृष्ण खत्री-भारत के प्रमुख क्रांति
कारियों में से एक थे उनका पुण्यतिथि
दिवस।
🌻💐🌹🌲🌱🌸🌲🌹💐💐
आज की बात -आपके साथ" मे आज इतना ही।कल पुन:मुलाकात होगी तब तक के लिये इजाजत दिजीये।
आज जन्म लिये सभी व्यक्तियोंको आज के दिन की बधाई। आज जिनका परिणय दिवस हो उनको भी हार्दिक बधाई। बाबा महाकाल से निवेदन है की बाबा आप सभी को स्वस्थ्य,व्यस्त मस्त रखे।
💐।जय चित्रांश।💐
💐जयमहाकाल,बोलेसो निहाल💐
💐।जय हिंद जय भारत💐
💐 निवेदक;-💐
💐 चित्रांश ;-विजय निगम।💐
आज की बात आपके साथ - विजय निगम