हॉस्पिटल तो है लेकिन डॉक्टर नहीं; विद्युत मण्डल का हॉस्पिटल भगवान भरोसे
विद्युत मण्डल के चिकित्सालय में पड़े ताले; न डॉक्टर और ना ही कोई अन्य मेडिकल स्टाफ


उज्जैन। कोरोना काल में मध्यप्रदेश पश्चिम क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी उज्जैन के एकमात्र हॉस्पिटलस में लगभग 2 माह से कोई डॉक्टर नहीं होने से हॉस्पिटल में ताले लगे हुए है। सैकड़ों कर्मचारियों का स्वास्थ्य भगवान भरोसे चल रहा है। जहाँ कोरोना काल और लॉक डाउन में भी अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा लगातार सेवा दी, उन अधिकारियों व कर्मचारियों के लिए उनकी ही कॉलोनी में जो एक मात्र हॉस्पिटल है, वहाँ भी कोई डॉक्टर न होने के कारण ताले डालें है। पूर्व चिकित्सक डॉ.डी.एस.राणा माह जून में सेवानिवृत्त हो चुके है, डॉ. राणा के रिटायरमेंट के बाद से ही विद्युत मण्डल के चिकित्सालय में किसी चिकित्सक या चिकित्सकीय स्टाफ की पदस्थापना नही होने से विद्युतकर्मी व उनके परिजन एवं अन्य स्थानीय जन परेशान हो रहे है।

 

इनका कहना :

चिकित्सक की पोस्टिंग नही होने से अधिकारी/कर्मचारी/सेवानिवृत्त कर्मचारी जो कि कोरोना जैसी विश्वव्यापी महामारी के चलते लॉक डाउन के दौरान भी अपने कर्तव्य को पूर्ण कर रहे है। इस बदलते मौसम में स्वास्थ्य प्रभावित हो रहा है, इन कर्मचारियों के स्वास्थ्य की देखभाल अब भगवान भरोसे ही चल रही है। क्योंकि चिकित्सक नही होने से ओषधालय बंद पड़ा है। कार्यालयों के कर्मचारियों के द्वारा चिकित्सक नर्स, फिजिशियन जो सेवानिवृत्त हो चुके है उनके स्थान पर भी पुनः पोस्टिंग नही हुई है। उज्जैन के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए सभी कर्मचारी प्रशासन से मांग करते है की ओषधालय में रिक्त पड़े पदों पर पुनः पद स्थापना कर चिकित्सालय प्रारम्भ किया जाए। इस बाबत पूर्व में भी मांग की गई थी, किन्तु उच्चाधिकारियों द्वारा उक्त समस्या पर कोई ध्यान नही दिया जा रहा है। - सेवानिृत्त कर्मचारी

Comments