कोविड-19 से 3 व्यक्तियों की मृत्यु के सम्बन्ध में सीएमएचओ का वक्तव्य

उज्जैन। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.महावीर खंडेलवाल ने बताया कि डेडिकेटेड कोविड हेल्थ सेन्टर (डी.सी.एच.सी.) माधव नगर चिकित्सालय में जिन तीन मरीजों की मृत्यु हुई है वे गंभीर अवस्था में थे। उनकी मृत्यु ऑक्सीजन न मिलने एवं विद्युत प्रवाह के रूकने के कारण नहीं हुई है। माधव नगर अस्पताल में किसी भी प्रकार की ऑक्सीजन सप्लाय संबंधी समस्या नहीं हुई। यहां पर एकसाथ लगभग 15-20 मरीजों को निरन्तर ऑक्सीजन की सप्लाय की जा रही है। निरन्तर ऑक्सीजन सप्लाय एवं विद्युत प्रवाह में किसी भी प्रकार की कोई समस्या कभी उत्पन्न नहीं हुई है।


 प्रकरण क्रमांक 01- 55 वर्षीय पुरूष घबराहट, सांस चलने की शिकायत से भर्ती हुए थे। वे शुगर, ब्लड प्रेशर के मरीज थे। भर्ती के दौरान उनकी ऑक्सीजन का स्तर कम (67 प्रतिशत) था। ऑक्सीजन लगाकर उनका स्तर 88 प्रतिशत तक सेचुरेशन हो गया था। दिनांक 24/08/2020 को उन्होंने आर.डी.गार्डी मेडिकल कॉलेज में दिखाया था, जहां से वे पाटीदार नर्सिंग में गये। इसके पश्चात 26/08/2020 को वे पाटीदार नर्सिंग होम से माधव नगर अस्पताल भर्ती हुए। दिनांक 26 व 27 अगस्त 2020 को लगातार उपचार करने के बाद भी उनकी स्थिति में सुधार नहीं हुआ। 27/08/2020 को प्रातः 9.30 बजे उनको वेन्टीलेटर पर रखा गया पर दुर्भाग्यवश प्रातः 11.30 बजे उनका निधन हो गया।


 प्रकरण क्रमांक 02- 72 वर्षीय महिला दिनांक 25/08/2020 से माधव नगर अस्पताल में गंभीर अवस्था में भर्ती हुई थी। उन्हें एस.एस.गुप्ता हॉस्पिटल फ्रीगंज उज्जैन से भेजा गया था। लगातार उपचार के बाद भी उनकी स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ। उनको सांस लेने मे कठिनाई व घबराहट की शिकायत थी। दिनांक 27/08/2020 को प्रातः 11.44 बजे दुर्भाग्यवश इनका निधन हो गया।


 प्रकरण क्रमांक 03- 55 वर्षीय पुरूष को लगभग चार-पांच दिनों से सांस लेने मे कठिनाई, बुखार व सर्दी, जुकाम की शिकायत थी। माधव नगर अस्पताल में भर्ती होने के पहले ही वे घर पर विभिन्न प्रकार के काढ़ों व अन्य दवाओं का उपयोग अपनी पत्नी के साथ कर रहे थे। दिनांक 27/08/2020 को लगभग प्रातः 10.15 बजे वे माधव नगर अस्पताल में भर्ती हुए। उनकी गंभीर हालत को देखते हुए उन्हे बॉयकेप पर रखा गया व बाद में वेन्टीलेटर पर भी उपचार किया गया, किन्तु उनके ऑक्सीजन का स्तर 82 प्रतिशत से आगे नहीं बढ़ा तथा लगभग दोपहर 03.15 बजे उनकी दुर्भाग्यवश मृत्यु हो गई।


 उपरोक्त तीनों ही मृत्यु प्रकरणों में शासन को इनसे व इनके परिवार से गहरी संवेदना है, लेकिन यह स्पष्ट करना आवश्यक है कि तीनों की मृत्यु अलग-अलग समय पर हुई है तथा यह अस्पताल में अलग-अलग दिनांकों को भर्ती हुए थे। अस्पताल में उपस्थित चिकित्सा विशेषज्ञों व स्टाफ द्वारा इनके जीवन को बचाने की हरसंभव कोशिश की गई। माधव नगर अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। यहां पर लिक्विड ऑक्सीजन का टेंक तथा रिजर्व में लगभग 70 जम्बो सिलेण्डर उपलब्ध रहते है। यहां पर्याप्त मात्रा मे ऑक्सीजन का स्टाक उपलब्ध है। वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों एवं चिकित्सा अधिकारियों द्वारा नियमित रूप से माधव नगर अस्पताल का भ्रमण किया जाता है एवं आवश्यक निर्देश प्रदान किये जाते हैं। यहां पर उपलब्ध संसाधनों की नियमित मॉनीटरिंग एवं सुपरविजन किया जाता है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा है कि माधव नगर चिकित्सालय सम्पूर्ण सुविधा से लैस होकर कोरोना पॉजीटिव मरीजों का बेहतर उपचार कर रहा है। डॉ.खंडेलवाल ने आमजन से अपील की है कि वे सोशल मीडिया में चल रही अपुष्ट सूचनाओं पर ध्यान न दें।


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