रतलाम। हरमाला रोड़ स्थित श्री लोकेन्द्रनाथ महादेव मन्दिर परिसर में स्थित बावड़ी गंदगी के कुंड के समान दिखाई दे रही थी। मन्दिर परिसर में निवासरत रहवासियों ने लॉक डाउन के दौरान बिना निगम की सहायता के स्वयं ही बावड़ी को साफ और स्वच्छ करने का बीड़ा उठाया।
रहवासी युवाओं ने अपनी जिम्मेदारी का एक अद्भुत परिचय देते हुए स्वयं की मेहनत व परिश्रम से मन्दिर परिसर में स्थित बावड़ी को साफ स्वच्छ व गंदगी मुक्त कर दिया।
यहाँ के निवासियों के अनुसार बावड़ी करीब 100 वर्ष से भी अधिक पुरानी है। बावड़ी का पानी हमेशा दूषित ही रहता है इसी कारण आसपास के लोग अपने घरों व उक्त परिसर में स्थित मन्दिरों में चढ़ाए गए हार-फूल व हवन आदि सामग्री विसर्जित करते है। बावड़ी की सीढ़ियों पर अधिक काई जमने से अक्सर लोगो के पैर भी स्लीप होजाते है।
स्थानीय निवासियों के मुताबिक उक्त बावड़ी बारिश के मौसम में ऊपर तक भर आती है और बारिश के पश्चात पुनः बावड़ी की स्थिति ज्यों की त्यों हो जाती है।
देश मे कोरोना महामारी के चलते जारी लॉक डाउन के दौरान स्थानीय युवाओं ने बावड़ी को स्वच्छ व सुंदर बनाने हेतु श्रमदान देकर बावड़ी की सीढ़ियों पर जमी काई/कंजी व मलबे को हटाकर सराहनीय कार्य किया। मन्दिर परिसर में आने जाने वाले पण्डित-पुजारी व अन्य रहवासियों ने इस कार्य के लिए समस्त जागरूक व जिम्मेदार युवाओं को धन्यवाद देकर उनके इस कार्य को बहुत ही सराहा।