मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना वायरस को लेकर सभी धर्मगुरूओं से चर्चा की

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान कल रात्रि 8 बजे टेलीविजन के माध्यम से प्रदेशवासियों को देंगे सन्देश
      उज्जैन। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी संभागीय मुख्यालय के विभिन्न धर्मों के धर्मगुरूओं से कोरोना वायरस को लेकर रूबरू चर्चा की। उन्होंने कोरोना वायरस के चलते प्रदेश में आये संकट में सभी धर्मगुरूओं से सहयोग का आव्हान किया और कहा कि सभी धर्मगुरू अपने अनुयायियों को लॉकडाउन का पालन करने की समझाईश दें एवं सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में आवश्यक जानकारी दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस की महामारी से बचने का एकमात्र तरीका सोशल डिस्टेंसिंग है। धर्मगुरू सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में लोगों को जागरूक करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि वायरस के संक्रमण के चलते प्रदेश की बहुत-सी संस्थाओं को बन्द करना पड़ा, ताकि लोग आपस में सम्पर्क में न आयें। प्रदेश में 127 पॉजीटिव केस हैं, नौ लोगों की मृत्यु हो चुकी है। उन्होंने कहा कि वे कल रात्रि 8 बजे टेलीविजन के माध्यम से प्रदेशवासियों को कोरोना वायरस के प्रति जागरूक करने के लिये सन्देश देंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड-19 एक महामारी के रूप में सामने आया है। यह अब तक की सबसे बड़ी महामारी है। इस महामारी की चपेट में चीन, इटली, अमेरिका, जापान, कोरिया, सिंगापुर तक प्रभावित हैं। स्वयं अमेरिका के राष्ट्रपति कह रहे हैं कि आने वाले दो हफ्ते उनके देश पर भारी हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस महामारी के बारे में आज तक मानव सभ्यता के इतिहास में कोई बात नहीं सुनी गई है।
श्री चौहान ने कहा कि स्वयं प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी-जान से प्रयास कर रहे हैं कि लोग लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने बताया कि संक्रमण मध्य प्रदेश में तेजी से बढ़ रहा है, जिससे हम सब चिन्तित हैं। इस स्थिति में सभी धर्मगुरूओं, स्वयंसेवी संगठनों, जिला प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अभूतपूर्व सहयोग किया है। यदि यह नहीं होते तो यह महामारी और भी भयानक रूप ले लेती। बीमारी जाति एवं धर्म देखकर नहीं आती है, इसलिये हम सब मिलकर इस महामारी का मुकाबला करें। आज मानव एवं सभ्यता को बचाने के लिये हम सबको मिलजुल कर प्रयास करने होंगे। हर इंसान को राह दिखाने वाले धर्मगुरू हैं। आज धर्मगुरूओं की आवश्यकता है जो संकट के समय हमारा मार्गदर्शन करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बार यदि कोरोना की चेन टूट गई तो हम इसे फैलने से रोक देंगे। इसके लिये अथक प्रयास करना होगा। लोगों को घरों में रहना होगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्दौर में बहुत से केस आये हैं और उज्जैन में भी एक परिवार पॉजीटिव पाया गया है।



मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि लॉकडाउन का सख्ती से पालन हो। तीन फीट की दूरी बनाकर रखा जाये, ताकि लोगों का आपस में सम्पर्क न रहे। उन्होंने लोगों का आव्हान किया वे घरों में ही रहें। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री ने 5 अप्रैल को अंधेरे से रोशनी की ओर जाने की अपील की है। इस दिन रात्रि 9 बजे अपने घरों की लाइट बुझाकर मोमबत्ती या टॉर्च या मोबाइल की रोशनी नौ मिनिट तक की जायेगी। मुख्यमंत्री ने बताया कि 57 लाख परिवार को तीन माह का राशन दिया गया है। किराना एवं अत्यन्त आवश्यक वस्तुओं की सेवाओं को घर तक पहुंचाया गया है। 52 लाख विद्यार्थियों के बैंक खातों में 420 करोड़ की राशि दी गई है। मध्याह्न भोजन हेतु सम्पूर्ण राशि प्रदान कर दी गई है। पंजीकृत श्रमिकों के बैंक खातों में एक-एक हजार रुपये की राशि डाली गई है। सभी मकान मालिकों से कहा गया है कि वे अपने गरीब किरायेदार को किराये के अभाव में मकानों से न निकालें, अन्यथा गंभीर कार्यवाही की जायेगी। संकट के इस दौर में फैक्टरी एवं कारखाने मालिक अपने श्रमिकों को भोजन एवं वेतन की व्यवस्था देना सुनिश्चित करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की टीम अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों का उपचार कर रही है। स्वास्थ्य विभाग के लोगों के भी परिवार हैं। हम स्वास्थ्य विभाग के चिकित्सक एवं पैरामेडिकल स्टाफ का सम्मान करते हैं। उनके साथ किसी भी तरह की अभद्रता बर्दाश्त नहीं की जायेगी। उन्होंने कहा कि धर्मगुरू स्वास्थ्य विभाग की टीम के प्रति अच्छा सन्देश सोशल मीडिया एवं अन्य प्लेटफार्म पर दें, जिससे इनका हौसला बढ़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन्दौर में जो घटना घटी, उससे मध्य प्रदेश की छवि खराब हुई। ये घटना विचलित कर देने वाली थी। उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसी घटना दोबारा न हो, अन्यथा कठोर कार्यवाही की जायेगी। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि जिस तरह रामनवमी एवं नवरात्रि का त्यौहार लोगों ने घरों में ही मनाया, उसी तरह आगामी दिनों में आने वाले त्यौहार महावीर जयन्ती, हनुमान जयन्ती, गुड फ्राईड, शबे बारात भी घरों में रहकर मनाई जाये। घर में ही इबादतगाह एवं पूजाघर बना लें और घरों से बाहर न निकलें। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी धर्मों के लोग पीड़ित मानवता की सेवा में आगे आये हैं। वे इसके लिये आभारी हैं। सभी धर्मों के लोग भोजन एवं अन्य व्यवस्था सुनिश्चित कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि पीपीए किट का निर्माण प्रदेश में ही किया जा रहा है। रोज चार हजार किट बनाकर तैयार किये गये हैं, मास्क बनाये जा रहे हैं। उन्होंने निर्देश दिये कि बाहर से आने वाले श्रमिकों के भोजन एवं पानी की व्यवस्था सभी लोग मिलकर करें।
वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान उज्जैन के एनआईसी कक्ष से सिख धर्मगुरू श्री सुरेन्द्रसिंह अरोरा, शहर काजी श्री खलीकुर्रहमान, वाल्मिकीधाम के श्री उमेशनाथजी, महन्त राजेश्वरीदास ने हरसंभव सहायता का भरोसा दिलाया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि फसल कटाई पर कोई रोक नहीं है। सुरक्षा व्यवस्था कार्य में लगे सुरक्षाकर्मी यदि थक जायेंगे तो सेकण्ड लाइन तैयार कर ली गई है। सेकण्ड लाइन में जनअभियान परिषद, स्वयंसेवक एवं वॉलेटियर्स अपनी ड्यूटी निभायेंगे। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग ग्राम पंचायतों में स्वास्थ्य विभाग की टीम के माध्यम से ग्रामीणजनों का भी कोरोना टेस्ट करें। उन्होंने निर्देश दिये कि बाहर से आने वाले मजदूरों को जिनके पास राशन कार्ड नहीं है, उनको कच्चा या पक्का भोजन जिला प्रशासन द्वारा उपलब्ध कराया जाये।
उज्जैन जिले के एनआईसी कक्ष में उज्जैन संभाग कमिश्नर श्री आनन्द कुमार शर्मा, पुलिस महानिरीक्षक श्री राकेश गुप्ता, डीआईजी श्री मनीष कपूरिया, कलेक्टर श्री शशांक मिश्र सहित सभी धर्म के धर्मगुरू विशेष रूप से मौजूद थे।


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