प्रिय साथियो,
🌹राम-राम🌹
🌻 नमस्ते।🌻
आज की बात आपके साथ मे आप सभी साथीयों का दिनांक 11 अप्रैल 2020 शनिवार की प्रातः की बेला में हार्दिक वंदन है अभिनन्दन है।
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💐आज की बात आपके साथ अंक मे है 💐
A कुछ रोचक समाचार
B आज के दिन जन्मे स्व.कुन्दनलाल
सहगल का जीवन परिचय लेख.
C आज के दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ
D आज के दिन जन्म लिए महत्त्वपूर्ण
व्यक्तित्व
E आज के निधन हुवे महत्वपूर्ण व्यक्तित्व।
F आज का दिवस का नाम ।
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🎂(A) कुछ रोचक समाचार(संक्षिप्त)
🌻(A/1)चारित्र अभिनेता श्यामसुंदर कलानी,जिन्होंनेरामायणमें सुग्रीव व बाली काकिरदारनिभाया था,उनका प्राणान्त🌻।
🌻(A/2)अमिताभ बच्चन ने शुरू किया खाने के पैकेट्स का वितरण, बताया मुश्किल टास्क🌻।
🌻(A/3)ईएमआई धोखाधड़ी:से बचिये आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और अन्य ग्राहकों को इस नए ऑनलाइन बैंकिंग घोटाले के बारे में आपको दे रही हैं बैंक चेतावनी ।🌻
🌻(A/4)मध्य प्रदेश के ब्यावरा जिले में बनाई अस्थाई जेल,जँहा लॉकडॉउन तोडऩे वोलों को सजा काटने भेजा जायेगा 🌻
💐🎂💐@🎂💐🎂💐🎂💐🎂💐🎂(A) कुछ रोचक समाचार(विस्तृत)
🌻(A/1)चारित्र अभिनेता श्यामसुंदर कलानी,जिन्होंनेरामायणमें सुग्रीव व बाली काकिरदारनिभाया था,उनका प्राणान्त🌻।
रामानंद सागर की रामायण ’में सुग्रीव और बाली के चरित्रों पर अभिनय करने वाले अभिनेता श्याम सुंदर कलानी का निधन हो गया है।
रामानंद सागर के रामायण में सुग्रीव और उनके भाई बाली की भूमिका निभाने वाले अभिनेता श्याम सुंदर कलानी का निधन हो गया है। उनके निधन का कारण और तारीख अभी तक ज्ञात नहीं है।
अरुण गोविलऔर सुनील लहरी जिन्होंने क्रमशःभगवान राम व लक्ष्मण का किरदार निभाया,उन्होंने सोशल मीडिया पर साथी
अभिनेता श्याम की मौतपर शोक व्यक्त किया। माइक्रोब्लॉगिंग साइट ट्विटर पर लेते हुए अरुण ने लिखा, "रामानंद सागर की"रामायण "में सुग्रीव की भूमिका निभाने वाले श्री श्याम सुंदर के निधन के बारे में जानकर वे दुखी है।वे एक बहुत ही उम्दा व्यक्ति और सज्जन व्यक्ति थे। उनकी आत्मा को शांति मिले (sic)। )। "
सुनील ने भी दुख व्यक्त करते हुए कहा, "हमारे सहयोगी श्री श्याम कालानी के आकस्मिक निधन को सुनकर बहुत दुख और खेद है, जिन्होंने रामायण भगवान में हमारे साथ सुग्रीव और बाली की भूमिका निभाई। उनकी आत्मा को शांति और उनके परिवार को अपूरणीय क्षति का सामना करने की शक्ति दी ... । RIP (sic)
21 दिन के कोरोनावायरस लॉकडाउन के बीच, राष्ट्रीय प्रसारक दूरदर्शन ने डीडी नेशनल पर 1987-88 के दौरान प्रसारित रामानंद सागर निर्देशित टीवी श्रृंखला को फिर से चलाने का फैसला किया।रामायण
भारत में अब तक के सबसे लोकप्रिय टीवी शो में सेएक है।शोमें मुख्य भूमिका निभाने
वाले अधिकांश अन्य कलाकार घरेलू नाम बन गए।
इस बीच, ब्रॉडकास्ट ऑडियंस रिसर्च काउंसिल-नीलसन की एक रिपोर्ट बताती है कि इस शो ने पिछले सप्ताहांत में चार शो में 170 मिलियन व्यूज हासिल किए हैं
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💐(A/2)अमिताभ बच्चन ने शुरू किया खाने के पैकेट्स का वितरण, बताया मुश्किल टास्क।
🌻77 साल के अमिताभ बच्चन🌻
पैकेट्स के अलावा महीनेभर की जरूरत के सामान के 3000 बैग्स भी लोगों तक पहुंचाने वाले हैं।.
🌼अमिताभ बच्चन🌼
बॉलीवुड के मेगास्टार अमिताभ बच्चन ने गुरूवार को बताया कि उन्होंने 2000 खाने के पैकेट्स का वितरण शुरू कर दिया है. अमिताभ मुंबई की कई जगहों पर लंच और डिनर बांटेंगे. कोरोना वायरस के चलते अमिताभ बच्चन ने गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने का फैसला किया है.
77 साल के अमिताभ बच्चन इन पैकेट्स के अलावा महीनेभर की जरूरत के सामान के 3000 बैग्स भी लोगों तक पहुंचाने वाले हैं. अपने ब्लॉग में बच्चन ने लिखा, 'निजी रूप से 2000 खाने के पैकेट्स लंच और डिनर के लिए शहर की अलग-अलग लोकेशनों पर हर रोज बांटे जा रहे हैं. इसके साथ ही लगभग 3000 बड़े बैग्स को पहुंचाने का सिलसिला भी चल निकला है. इससे लगभग 12000 लोगों का पेट भरेगा.'
🌻इन जगहों पर बांट रहे खाना🌻
अमिताभ ने बताया कि लोकेशन जैसे हाजी अली दरगाह, माहिम दरगाह, बाबुलनाथ मंदिर, बांद्रा के स्लम और उत्तरी मुंबई के कुछ और स्लमों में रहने वाले लोगों की मदद वे कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि इन सभी तक सामान को पहुंचाना बहुत ही मेहनत का काम था, लेकिन उन्हें आशा है कि सबकुछ जल्द ठीक हो जाएगा.
उन्होंने लिखा, 'इस प्रक्रिया की अपनी दिक्कतें हैं. लॉकडाउन की वजह से घरों से निकलना गैर-कानूनी माना जा रहा है. तो भले ही मैंने खाने के बैग्स तैयार कर लिए हों, लेकिन उन्हें एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में दिक्कत हो रही है.'
अमिताभ ने आगे बताया, 'अधिकारियों का कहना है कि पैकेट्स जब लोगों तक पहुंचते हैं, तो स्लम में रहने वाले लोग गाड़ी की ओर दौड़ते हैं. इससे भगदड़ मचने का खतरा है जो कि पुलिस सोशल डिस्टेंसिंग के माहौल में नहीं होने दे सकती.'
🌻ये है मुश्किलें🌻
अमिताभ ने बताया कि उन्होंने खुद इस बात पर जोर दिया है कि जहां भी खाने का वितरण हो रहा है, वहां लोग सही से लाइन बनाएं. इससे सोशल डिस्टेंसिंग को फॉलो किया जा सकेगा. उन्होंने लिखा, 'भगवान का शुक्र है कि वालंटियर्स मुश्किल समय में भी कड़ी मेहनत कर रहे हैं. वो ध्यान रख रहे हैं कि सबकुछ ठीक से हो. ये बहुत मुश्किल टास्क है, लेकिन क्या कर सकते हैं. लाइनें दिन-ब-दिन लंबी होती जा रही हैं.
अमिताभ बच्चन ने हर महीने एक लाख दिहाड़ी मजदूरों को सुपोर्ट करने की कसम खाई है. ये दिहाड़ी मजदूर All India Film Employees Confederation से हैं. कोरोना वायरस की मार इन सभी पर पड़ी है.
अमिताभ ने बताया कि प्रक्रिया के शुरू होने के बाद वे अपनी नजर उसपर बनाए हुए हैं उन्होंने बताया, 'उम्मीद है कि कुछ दिनों में मुझे बांटे हुए सामन का डाटा मिल जाएगा. अगर हर परिवार में चार लोग हैं ऐसा माना जाए तो इस सामान से 4 लाख लोगों का पेट भरा जा रहा है।
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🌻(A/3)ईएमआई धोखाधड़ी:से बचिये आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई, एचडीएफसी बैंक और अन्य ग्राहकों को इस नए ऑनलाइन बैंकिंग घोटाले के बारे में आपको दे रही हैं बैंक चेतावनी ।🌻
लॉकडाउन अवधि के दौरान ईएमआई के बोझ को कम करने के लिए,भारतीयरिजर्व
बैंक (RBI) ने 31 मार्च से 31 मई के बीच सभी प्रकार के भुगतान, ऋण और क्रेडिट कार्ड बिलों पर तीन महीने की मोहलत की घोषणाकी है।किसी भी नई योजना केसाथ लॉन्च किया जा रहा है,ग्राहकों के लिएबैंक
प्रतिनिधियों के साथ इस बारे में बातकरना
काफी स्वाभाविक है।अब,यह वह जगह है
जहाँ धोखेबाजों को भोले भाले ग्राहकों को धोखा देने का अवसर मिलता है।भारत में एचडीएफसी बैंक,आईसीआईसीआई बैंक, एसबीआई और अन्य प्रमुख बैंक इस नए घोटाले के बारे में नागरिकों को चेतावनी दे रहे हैं।यहां बताया गया है कि ईएमआई मोराटोरियम घोटाला कैसे होता हैऔरआप
खुद को कैसे रोक सकते हैं।
धोखेबाज आपको अपने बैंक के प्रतिनिधि के रूप में प्रस्तुत करेगा
धोखेबाज आपको अपने बैंक के प्रतिनिधि के रूप में यह बताने के लिए बुलाएगा कि आप आरबीआई द्वारा घोषित ईएमआई अधिस्थगन का लाभ कैसे उठा सकते हैं।
कॉल को वास्तविक दिखाने के लिए जाल
साज़आपकेव्यक्तिगतविवरण कोसत्यापित
करेगाकॉल को वास्तविक दिखाने के लिए और आप उस व्यक्ति पर संदेह नहीं करते, धोखेबाज जन्म की तारीख, आधार नंबर, पता आदि जैसे विवरणोंकोसत्यापित करने का दिखावा करेगा।धोखाधड़ी करने वाला कॉलर EMI, क्रेडिट कार्ड पर ईएमआई स्थगन की व्याख्या करेगा फ्रॉड कॉलर ईएमआई, क्रेडिटकार्ड परईएमआई स्थगन की व्याख्या करेगा और इसे प्राप्त करने में आपकी मदद करने का दिखावा करेगा।वह या वह भी नियमऔर शर्तों की व्याख्या करेगाऔर कॉल केदौरान सहायक लगेगा।
फ्रॉड कॉलर आपको एक ऑनलाइन फॉर्म भेजेगाजिसमें आपकेकार्ड काविवरणहोगा ईएमआईअधिस्थगन प्राप्त करने मेंआपकी मदद करने के लिए, धोखाधड़ी करने वाला आपकोभरने के लिए एक ऑनलाइन फॉर्म भेजेगा।फॉर्म कार्ड नंबर, सीवीवी, समाप्ति तिथिजैसे विवरण मांगेगा। आपका विश्वास हासिल करने के लिएकॉलरआपकोसूचित
करेगा किआपकोअपने फोन पर ओटीपी मिलेगा जिसेलेन-देन की पुष्टि करने केलिए
आपको उसके साथ साझा करना होगा।जालसाज तब आपके कार्ड के विवरण के साथ एक ऑनलाइन लेनदेन शुरू करता है और ओटीपी मांगता हैआपकी जानकारी के बिना, फ्रॉड कॉलर ऑनलाइन फॉर्म में आपके द्वारा साझा किए गए कार्ड विवरण के साथ एक ऑनलाइन लेनदेन शुरूकरेगा और फिर आपके फोन पर प्राप्त ओटीपी के लिए पूछेगा।
ओटीपीके प्राप्त होते हीआपके बचतखाता
से रकम निकलकर दूसरों केखाते मे पहुंच
जायेगी ।बैंक अकाउंट नम्बर, डेबिट कार्ड/क्रेडिट कार्ड के नम्बर CVV नम्बर ,कार्ड की वेलिडीटी,OTP, अतअपनेबैंकसंबंधित
कोई भी जानकारी किसी भी व्यक्ति को ना देवे ।
यदि किसी भी प्रकार बैंक कार्य हो तोआप अपनी बैंक जाकर जानकारी प्राप्त करे।
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🌻(A/4)मध्य प्रदेश के ब्यावरा जिले में बनाई अस्थाई जेल,जँहा लॉकडॉउन तोडऩे वोलों को सजा काटने भेजा जायेगा 🌻
बयावरा.लॉक डॉउन,टोटल लॉकडॉउन
,धारा-144 और तमाम प्रकार की सख्ती के बावजूद गंभीर नहीं हो पा रहे लोगों को लेकर कलेक्टर ने सख्त निर्देश जारी किए हैं।समीपवर्ती जिलों में कोरोना के सका
-रात्मक केस सामने आ जाने के बाद अब जिले में सख्ती शुरू कर दी है। इसके लिए खाली पड़े सरकारी दफ्तरों को जिला प्रशा
सन ने जेल में तब्दील कर लिया है। अब बेवजह मार्केट मेंघूमने वालों को वहां डाला जाएगा।
दरअसल, जिले के पॉली टैक्निक कॉलेज, डाइट,पीजी कॉलेज,छात्रावास,स्कूलसहित अन्य निजी भवन को जेल में तब्दील किया गया है।अब यदि किसी ने भी लॉक डॉउन काउल्लंघनकिया तोधारा-144 केउल्लंघन
में धारा-188 और 151 के तहत गिरफ्तार करअस्थाईतौर पर वहां डाल दियाजाएगा। सब्जी मंडियों में लगने वाली भीड़, दुकानों के बाहर की भीड़, मेडिकल और अन्य इमरजेंसी के नाम पर बेवजह घूमने वाले भी इस कार्रवाई के दायरे में आएंगे। इन लोगों को सीधे जेल भेजा जाएगा, जमानत होने की कोई गुंजाइश नहीं है। फिर इन्हें गिरफ्तारी दिनांक से लॉक डॉउन पूरा होने तक उन्हींअस्थाई जेलों में रहना होगा इधर
एसपी ने ब्यावरापहुंचकर लगाई फटकार
,देखींव्यवस्थाएं ब्यावरा में थोक सब्जीमंडी में लगीभीड़ के माध्यम सेसामनेआई लापर
-वाही केबाद एसपी प्रदीप शर्मा गुरुवार को ब्यावरा पहुंचे।पीपलचौराहेपरउन्होंनेपुलिस
टीम सेबात कीऔरमंडी में फैलीअव्यवस्था
को लेकर संबंधितों कोफटकार भी लगाई।
साथ ही सख्त निर्र्देश व्यवस्थाएं सुधारने के लिए दिए। उन्होंने एबी रोड पर घूमकर व्यवस्था का जायजा लिया और हाथोंहाथ इस अव्यवस्था को दुरुस्त करने के निर्देश दिए। इधर, एसडीएम संदीप अस्थाना ने भी योजना बनाई है जिसके तहत थोक सब्जी मंडी में सोशल डिस्टेंस का पालन किया जाएगा। दूर-दराज से आने वाली सब्जी के विक्रेता को दूर-दूर खड़ा किया जाएगा और लोग बारी-बारी से आकर ही सब्जी खरीद पाएंगे। साथ ही सभी को मॉस्क लगाकर भीआनाहोगा।
🌻 अस्थाई जेल बनाई गई हैं🌻
जो लोग प्रशासन की समझाइश के बाद भी मानने को तैयार नहीं है, उन पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए हमने खाली पड़े सरकारी भवनों को अस्थाई जेल के तौर पर तैयार किया है। संबंधितों को लॉक डॉउन की अवधि तक इन जेलों में रखा जाएगा।
-नीरज कुमार सिंह, कलेक्टर, राजगढ़
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💐(B) आज के दिन जन्मे कुन्दनलाल
सहगल का जीवन परिचय लेख💐
पूरा नाम कुन्दन लाल सहगल प्रसिद्ध नाम के.एल. सहगल
जन्म :-11 अप्रॅल, 1904
जन्मभूमि :-जम्मू, जम्मू और कश्मीर
मृत्यु:- 18 जनवरी, 1947
मृत्युस्थान:-जालंधर, पंजाब
अभिभावक:- अमरचंद सहगल, केसरीबाई कौर
पति/पत्नी:- आशा रानी
संतान:- मदन मोहन (पुत्र),
नीना और बीना (पुत्री)
कर्म भूमि :-मुम्बई, महाराष्ट्र
कर्म-क्षेत्र:- अभिनेता, गायक
मुख्य फ़िल्में :-देवदास, पुराण भगत (1933), सूरदास (1942), तानसेन (1943) आदि।
प्रसिद्धि:- गायक व अभिनेता
नागरिकता:- भारतीय
लोकप्रियता:- सहगल की आवाज़ की लोकप्रियता का यह आलम था कि कभी भारत में सर्वाधिक लोकप्रिय रहा रेडियो सीलोन कई साल तक हर सुबह सात बज कर 57 मिनट पर इस गायक का गीत बजाता था। अन्य जानकारी भारत रत्न सम्मानित लता मंगेशकर सहगल की बड़ी भक्त हैं। वह चाहती थीं कि सहगल की कोई निशानी उनके पास हो। सहगल की बेटी ने रतन जड़ी अंगूठी लता को दी। लता के पास आज भी वह निशानी है। कुन्दन लाल सहगल अथवा के. एल. सहगल (अंग्रेज़ी: Kundan Lal Saigal, जन्म- 11 अप्रॅल, 1904; मृत्यु- 18 जनवरी, 1947) हिन्दी फ़िल्मों में वैसे तो एक बेमिसाल गायक के रूप में विख्यात हैं लेकिन देवदास (1936) जैसी चंद फ़िल्मों में अभिनय के कारण उनके प्रशंसक उन्हें एक उम्दा अभिनेता भी करार देते हैं। कुन्दन लाल सहगल हिंदी सिनेमा के पहले सुपरस्टार कहे जा सकते हैं। 1930 और 40 के दशक की संगीतमयी फ़िल्मों की ओर दर्शक उनके भावप्रवण अभिनय और दिलकश गायकी के कारण खिंचे चले आते थे। जीवन परिचय कुंदन लाल सहगल अपने चहेतों के बीच के. एल. सहगल के नाम से मशहूर थे। उनका जन्म 11 अप्रैल 1904 को जम्मू के नवाशहर में हुआ था। उनके पिता अमरचंद सहगल जम्मू शहर में न्यायालय के तहसीलदार थे। बचपन से ही सहगल का रुझान गीत-संगीत की ओर था। उनकी माँ केसरीबाई कौर धार्मिक क्रिया-कलापों के साथ-साथ संगीत में भी काफ़ी रुचि रखती थीं। शिक्षा सहगल ने किसी उस्ताद से संगीत की शिक्षा नहीं ली थी, लेकिन सबसे पहले उन्होंने संगीत के गुर एक सूफ़ी संत सलमान युसूफ से सीखे थे। सहगल की प्रारंभिक शिक्षा बहुत ही साधारण तरीके से हुई थी। उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में ही छोड़ देनी पड़ी थी और जीवन यापन के लिए उन्होंने रेलवे में टाईमकीपर की मामूली नौकरी भी की थी। बाद में उन्होंने रेमिंगटन नामक टाइपराइटिंग मशीन की कंपनी में सेल्समैन की नौकरी भी की।कहते हैं कि वे एक बार उस्ताद फैयाज ख़ाँ के पास तालीम हासिल करने की गरज से गए, तो उस्ताद ने उनसे कुछ गाने के लिए कहा। उन्होंने राग दरबारी में खयाल गाया, जिसे सुनकर उस्ताद ने गद्गद् भाव से कहा कि बेटे मेरे पास ऐसा कुछ भी नहीं है कि जिसे सीखकर तुम और बड़े गायक बन सको। पहली फ़िल्म वर्ष 1930 में कोलकाता के न्यू थियेटर के बी. एन. सरकार ने उन्हें 200 रूपए मासिक पर अपने यहां काम करने का मौक़ा दिया। यहां उनकी मुलाकात संगीतकार आर.सी.बोराल से हुई, जो सहगल की प्रतिभा से काफ़ी प्रभावित हुए। शुरुआती दौर में बतौर अभिनेता वर्ष 1932 में प्रदर्शित एक उर्दू फ़िल्म ‘मोहब्बत के आंसू’ में उन्हें काम करने का मौक़ा मिला। वर्ष 1932 में ही बतौर कलाकार उनकी दो और फ़िल्में ‘सुबह का सितारा’ और ‘जिंदा लाश’ भी प्रदर्शित हुई, लेकिन इन फ़िल्मों से उन्हें कोई ख़ास पहचान नहीं मिली। बतौर गायक वर्ष 1933 में प्रदर्शित फ़िल्म ‘पुराण भगत’ की कामयाबी के बाद बतौर गायक सहगल कुछ हद तक फ़िल्म उद्योग में अपनी पहचान बनाने में सफल हो गए। वर्ष 1933 में ही प्रदर्शित फ़िल्म ‘यहूदी की लड़की’, ‘चंडीदास’ और ‘रूपलेखा’ जैसी फ़िल्मों की कामयाबी से उन्होंने दर्शकों का ध्यान अपनी गायकी और अदाकारी की ओर आकर्षित किया। देवदास की कामयाबी कुंदनलाल सहगल और जमुना बरुआ (फ़िल्म- देवदास) मुख्य लेख : देवदास 1936 वर्ष 1935 में शरत चंद्र चट्टोपाध्याय के उपन्यास पर आधारित पी.सी.बरूआ निर्देशित फ़िल्म ‘देवदास’ की कामयाबी के बाद बतौर गायक-अभिनेता सहगल शोहरत की बुलंदियों पर जा पहुंचे। कई बंगाली फ़िल्मों के साथ-साथ न्यू थियेटर के लिए उन्होंने 1937 में ‘प्रेंसिडेंट’, 1938 में ‘साथी’ और ‘स्ट्रीट सिंगर’ तथा वर्ष 1940 में ‘ज़िंदगी’ जैसी कामयाब फ़िल्मों को अपनी गायिकी और अदाकारी से सजाया। वर्ष 1941 में सहगल मुंबई के रणजीत स्टूडियो से जुड़ गए। वर्ष 1942 में प्रदर्शित उनकी ‘सूरदास’ और 1943 में ‘तानसेन’ ने बॉक्स ऑफिस पर सफलता का नया इतिहास रचा। वर्ष 1944 में उन्होंने न्यू थियेटर की ही निर्मित फ़िल्म ‘मेरी बहन’ में भी काम किया।मृत्यु अपने दो दशक के सिने करियर में सहगल ने 36 फ़िल्मों में अभिनय भी किया। हिंदी फ़िल्मों के अलावा उन्होंने उर्दू, बंगाली और तमिल फ़िल्मों में भी अभिनय किया। सहगल ने अपने संपूर्ण सिने करियर के दौरान लगभग 185 गीत गाए, जिनमें 142 फ़िल्मी और 43 गैर-फ़िल्मी गीत शामिल हैं। अपनी दिलकश आवाज़ से सिने प्रेमियों के दिल पर राज करने वाले के.एल.सहगल 18 जनवरी, 1947 को केवल 43 वर्ष की उम्र में इस संसार को अलविदा कह गए।
🌻 कुन्दन लाल सहगल 🌻
🌻 लोकप्रियता🌻
सहगल की आवाज़ की लोकप्रियता का यह आलम था कि कभी भारत में सर्वाधिक लोकप्रिय रहा रेडियो सीलोन कई साल तक हर सुबह सात बज कर 57 मिनट पर इस गायक का गीत बजाता था। सहगल की आवाज़ लोगों की दैनिक दिनचर्या का हिस्सा बन गई थी। सहगल रवीन्द्र संगीत गाने का सम्मान पाने वाले पहले गैर बांग्ला गायक और भारतीय सिनेमा के पहले सुपर स्टार थे। यह वह समय था जभारतीय फ़िल्मउद्योग मुंबई में
नहीं बल्कि कलकत्ता में केंद्रित था। उनकी लोकप्रियता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उस जमाने में उनकी शैली में गाना अपने आपमें सफलता की कुंजी मानी जाती थी। मुकेश और किशोर कुमार ने अपने कैरियर के आरंभ में सहगल की शैली में गायन किया भी था। कुंदन के बारे में कहा जाता है कि पीढ़ी दर पीढी इस्तेमाल करने के बाद भी उसकी आभा कम नहीं पडती। सहगल सचमुच संगीत के कुंदन थे।
🌻 सहगल की आवाज़🌻
पाकिस्तानी शायर अफ़ज़ाल अहमद सैयद सेशब्दउधारलें,तोकह सकते हैं,जैसेकाग़ज़
मराकशियों नेईजाद कियाथा,हुरूफ़ फिनि
-शियों ने,सुरगंधर्वों ने,उसी तरह सिनेमा का संगीतसहगल ने ईजादकिया।दुनिया में कई रहस्य हैंचुनौती देते। चुनौती सहगल भी दे गएहैं।फ़क़ीरों-साबैराग,साधुओं-सीउदारता
मौनियों-सीआवाज़,हज़ारभाषाओंका इल्म रखनेवालीआंखें,रात के पिछले पहर गूंजने वालीसिसकीजैसी ख़ामोशी,व पुराने वक़्तों के रिकॉर्ड की तरह पूरे माहौल में हाहाकार मचाती एक सरसराहट.6बता दो एकबार,ये सब क्या है?वहकौन-सी गंगोत्री
है,जहां से निकल कर आती है सहगल की
आवाज़?पता करलो,कहां सेआताहै सहगल का दर्द, जो सीने में हूक, आंखों में नमी और कंठ में कांटे दे जाता है? क्यों एक रुलाहट आंखों पर दस्तक देती है और बिना कुछ कहे तकती हुई-सी लौट जाती है? यह सुबह या दुपहरी की नहीं, सांझ के झुटपुटे की आवाज़ है, जिसका असर रात के साथ गहरा होता जाता है। अगर आप दिल से कमज़ोर हैं, आधी रात को सहगल मत सुनिए। उन्हें सुनना भाषा में तमीज़ को जीना है। आंख में आंसू का सम्मान करना है। दु:ख जो दिल के क़गार पर रहता है, उसे बीचो-बीच लाकर महल में जगह देनी है। दु:ख को जियो, तो जीने का शऊर आ जाता है।
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💐(C)आज दिन की महत्त्वपूर्ण घटनाएँ💐
1999 - फिलीपींस की सरकार द्वारा 'एक स्कूल गोद लो' की अनोखी घोषणा। 2002 - चीन में मैच (फ़ुटबाल) फ़िक्सिंग के आरोप में रेफ़री गिरफ़्तार।
2003 - पाकिस्तान ने 12वीं बार शारजाह कप जीता।
2004 - इस्लामाबाद में भारत के प्रख्यात गायक कलाकार सोनू निगम के कार्यक्रम स्थल के पास एक कार में बम विस्फोट। 2008- सरकारी कर्मचारियों द्वारा विरोध को देखते हुए केन्द्र सरकार ने छठे वेतन आयोग की समीक्षा के लिए सचिवों की एक उच्चस्तरीय समिति गठित करने की घोषणा की। स्वीडन में वैज्ञानिकों ने आठ हज़ार वर्ष पुराने वृक्ष की खोज की।
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💐(D) आज के दिन जन्मे व्यक्तित्व 💐
1827 - ज्योतिबा फुले- भारत के महान् विचारक, समाज सेवी तथा क्रान्तिकारी।
1869 - कस्तूरबा गाँधी - महात्मा गाँधी जी की पत्नी।
1887 - जामिनी रॉय - भारत के प्रसिद्ध चित्रकार।
1904 - कुन्दन लाल सहगल भारतीय गायक और अभिनेता
1937 - रामानाथन कृष्णन - भारत के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से है।
1946 - नवीन निश्चल - भारतीय फ़िल्म अभिनेता थे।
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💐(E)आज के दिन निधन हुवे महत्त्वपूर्ण व्यक्तित्व💐
1977- प्रसिद्ध उपन्यासकार फणीश्वरनाथ रेणु का निधन
2009- प्रसिद्ध साहित्यकार कवि लेखक विष्णु प्रभाकर का निधन
2010-लेख काजिंस्की, पोलैंड के राष्ट्रपति का निधन
2010-कैलाश चंद्र दाश, वैज्ञानिक और भुवनेश्वर के उत्कल विश्वविद्यालय में रसायन विज्ञान विभाग के पूर्व प्रमुख प्रोफेसर
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💐(F) आज के दिवस / उत्सव का नाम 💐
1.भारत के महान् विचारक,समाज सेवी व क्रान्तिकारी ज्योतिबा फुले का जयंती दिवस।
2.महात्मा गाँधीजी की पत्नी कस्तूरबा गाँधी का जयंती दिवस।
3.भारतीय गायक और अभिनेता कुन्दन लाल सहगल
का जयन्ति दिवस।
4.प्रसिद्ध उपन्यासकार फणीश्वरनाथ रेणु का पुण्यतिथि दिवस।
5.प्रसिद्ध साहित्यकार कवि लेखक विष्णु प्रभाकर का पुण्यतिथि दिवस।
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आज की बात -आपके साथ" मे आज इतना ही।कल पुन:मुलाकात होगी तब तक के लिये इजाजत दिजीये।
आज जन्म लिये सभी व्यक्तियोंको आज के दिन की बधाई। आज जिनका परिणय दिवस हो उनको भी हार्दिक बधाई। बाबा महाकाल से निवेदन है की बाबा आप सभी को स्वस्थ्य,व्यस्त मस्त रखे।
💐।जय चित्रांश।💐
🌸ऊं यमाय यमाय धर्मराजाय श्री चित्रगुप्ताय नम:🌸
💐जय महाकाल,बोले सो निहाल💐
💐।जय हिंद जय भारत💐