क्वारेंटाइन व्यक्तियों को पिलाया जायगा आरोग्य कसायम-20 काढ़ा

      उज्जैन। कोविड-19 के रोगियों को क्वारेंटाईन में रखा गया है तथा ऐसे केसेस जो कोरोना के पॉजीटिव हैं, किन्तु स्पर्शोन्मुख हैं, में आयुर्वेद औषधी आरोग्य कसायम-20 का प्रयोग किये जाने से आगामी स्टेज में जाने की संभावना कम हो सकती है। कोरोना पॉजीटिव किन्तु स्पर्शोन्मुख केसेस के भी आगामी स्टेज में जाने की संभावना कम हो सकती है। इस अपेक्षा के साथ आयुष विभाग द्वारा ‘आरोग्य कसायम-20’, गुडुची, शुण्ठी, भूम्यामलकी, मरीच, पिप्पली, यष्ठीमधु (काढ़ा) औषधी द्रव्य शामिल की गई है, जो कि विभिन्न शास्त्रीय सन्दर्भों एवं वैज्ञानिक प्रकाशनों के आधार पर शामिल की गई है। आयुष विभाग के आयुक्त ने इस सम्बन्ध में प्रदेश के उज्जैन, भोपाल एवं इन्दौर के जिला कलेक्टरों को इस सम्बन्ध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिये हैं।


        आरोग्य कसायम काढ़ा के सम्बन्ध में एक विशेषज्ञ समिति गठित कर उनसे अभिमत प्राप्त किया गया था। प्राथमिक तौर पर उज्जैन, भोपाल एवं इन्दौर के मेडिकल कॉलेजों के क्वारेंटाईन सेन्टर के केसेस में आरोग्य कसायम का उपयोग 10 दिनों तक किया जाना है। इसके लिये पर्याप्त मात्रा में आरोग्य कसायम का क्रय कर तथा औषधियों के वितरण प्रबंधन हेतु विभाग द्वारा स्वास्थ्य विभाग के समन्वय से व्यवस्था की गई है। शासकीय धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय उज्जैन के प्राचार्य डॉ.जागेश चौरसिया (9893169434), शासकीय अष्टांग आयुर्वेद महाविद्यालय इन्दौर के प्राचार्य डॉ.सतीशचन्द्र शर्मा (9425377139) तथा संभागीय आयुष अधिकारी भोपाल डॉ.सुनील कुलश्रेष्ठ (9425012497) व्यवस्था के प्रभारी रहेंगे। उक्त सभी प्रभारी, नोडल अधिकारी, कलेक्टर, डीन, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से सम्पर्क कर प्रत्येक कोविड सेन्टर के लिये आयुष विभाग से दो व्यक्तियों की ड्यूटी लगायेंगे, जो कि प्रत्येक सेन्टर हेतु स्थापित स्वास्थ्य विभाग की रसोई में उक्त काढ़े को शास्त्रोक्त अनुरूप तैयार कराकर वार्ड प्रभारी को देंगे।


 ​      वार्ड प्रभारी मरीजों को सुबह एवं शाम को उक्त काढ़ा पिलवायेंगे। राज्य स्तर पर समन्वय एवं नियंत्रण कक्ष का कार्य शासकीय आयुर्वेद संस्थान भोपाल के प्राचार्य डॉ.उमेश शुक्ला (9425373046), आयुष विभाग के उप संचालक डॉ.राजीव मिश्रा (9425360283) देखेंगे। नियंत्रण कक्ष से मरीजों से मोबाइल पर आयुष चिकित्सकों द्वारा बात की जायेगी। सम्पूर्ण कार्यक्रम की समुचित मानीटरिंग के लिये आयुष विभाग के अन्तर्गत राज्य स्तर की टास्क फोर्स का गठन किया गया है। यहां यह भी उल्लेखनीय होगा कि केरला सरकार द्वारा कोविड-19 के बचाव एवं रोकथाम हेतु आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से उपचार की कार्यवाही की गई, जिससे संक्रमण रोकने व मरीजों को उपचार का लाभ मिला है।


Comments