महाकाल मंदिर से स्थानांतरित होंगे छोटे-बड़े मंदिर


      उज्जैन। विश्व प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर का करीब 300 करोड़ रुपए की लागत से विस्तार व सौंदर्यीकरण हो रहा है। प्रदेश सरकार की योजना में मंदिर के आसपास बड़े निर्माण कार्य होना है। ऐसे में मंदिर परिसर व आसपास से कई छोटे व बड़े मंदिरों को स्थानांतरित किया जाना है। प्रबंध समिति ने मंदिरों को हटाने के लिए धर्म सम्यक प्रस्ताव तैयार करने के लिए समिति का गठन किया है। सदस्य एक सप्ताह के भीतर प्रस्ताव तैयार कर मंदिर प्रशासन को सौंपेंगे।


      मंदिर प्रशासक सुजानसिंह रावत ने बताया 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक दक्षिणेश्वर महाकाल मंदिर में दर्शनार्थियों की संख्या लगातार बढ़ रही है। श्रावण मास व विशेष पर्वों पर हजारों भक्त भगवान महाकाल के दर्शन करने आते हैं। दर्शनार्थियों के सुविधा व सुगम आवागमन के लिए मंदिर परिसर को भी व्यवस्थित रूप दिया जाना है। इसके लिए बड़े निर्माण कार्य किए जा रहे हैं। नवनिर्माण के लिए परिसर व बाहर के कुछ मंदिर को अन्यत्र स्थानांतरित करना पड़ेगा। मंदिर को धर्म परंपरा व विधिविधान से हटाने का प्रस्ताव तैयार करने के लिए 7 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है। इसमें पं.महेश पुजारी, दिलीप पुजारी, राजेश पुजारी, पुरोहित समिति अध्यक्ष पं.अशोक शर्मा, पुरोहित पं.राधेश्याम शास्त्री व लोकेश व्यास शामिल हैं। सहायक प्रशासनिक अधिकारी आरके वितारी सचिव के रूप में शामिल किए गए हैं। सदस्य धर्म सम्यक प्रस्ताव तैयार कर एक सप्ताह के भीतर महाकालेश्वर मंदिर समिति को सौंपेंगे।


 


 

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