‘‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं”, “कोरोना से बचने के लिये है जरूरी, मास्क पहनें, धोते रहें हाथ, रखें दो गज की दूरी”

 उज्जैन। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण के प्रकरण लगातार पाये जा रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के खतरे के बीच त्यौहार इत्यादि आने के कारण लोगों में मिलना-जुलना और एकत्रित होना आरंभ हो गया है। शीत ऋतु भी आने को है, जिसके कारण वातावरण में तापमान कम हो जाता है और वायरस प्रसार के लिये उपयुक्त होता है। ऐसे में व्यवहार परिवर्तन की आवश्यकता को देखते हुए प्रदेश के अन्य जिलों के साथ-साथ उज्जैन जिले में भी विभिन्न विभागों के सहयोग से 30 नवम्बर तक  कोविड-19 ‘अनुकूल व्यवहार परिवर्तन सघन अभियान’ चलाया जा रहा है। इसकी थीम ‘‘सावधानी में ही सुरक्षा है” पंच लाईन है “कोरोना से बचने के लिए है जरूरी, मास्क पहनें, धोते रहें हाथ, रखें दो गज की दूरी’’।


 अभियान के अन्तर्गत जिले में विभिन्न विभागों की सहभागिता से जिला एवं विकासखण्ड के अन्तर्गत प्रतिदिन विभिन्न प्रकार की व्यवहार परिवर्तन की गतिविधियां सम्पादित कर कोरोना संक्रमण को रोकने के प्रयास किये जा रहे हैं। आमजन से अपील है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिये करें अनुकूल व्यवहार -


• दूर से अभिवादन करें, ना किसी से हाथ मिलायें, ना गले मिलें।


• आपस में दो गज की दूरी जरूर रखें।


• घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क पहनें।


• बार-बार अपनी आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।


• खांसते और छींकते समय अपने मुंह तथा नाक को ढंक कर रखें, श्वसन संबंधी शिष्टाचार का पालन करें।


• बार-बार साबुन तथा पानी अथवा अल्कोहलयुक्त सेनीटाइजर से हाथों को धोयें।


• सार्वजनिक स्थानों पर न थूकें, तंबाकू, गुटखा, खैनी, पान आदि खाकर यहां-वहां न थूकें।


• बार-बार छुए जाने वाली सतहों को नियमित रूप से विसंक्रमित करें।


• अनावश्यक यात्रा से बचें।


• कोरोना को लेकर किसी से भेदभाव न करें।


• अनावश्यक भीड़भाड़ इकट्ठा न होने दें।


• अफवाहों पर ध्यान न दें और सोशल मीडिया पर किसी भी अपुष्ट जानकारी को प्रसारित न करें। 


• सूचना के भरोसेमंद स्त्रोतों से ही जानकारी लें।


• आपस में सभी एक-दूसरे को मनोवैज्ञानिक रूप से सहयोग प्रदान करें।


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